
अब सरकार बैंकों, शेयर बाज़ार और म्यूचुअल फंड में पड़ी बिना दावे वाली राशि को अगले तीन महीनों में उसके असली मालिकों तक पहुँचाना चाहती है। इसके लिए, वित्त मंत्रालय ने “आपकी पूंजी, आपका अधिकार” नाम का एक अभियान शुरू किया है। सरकार के पास अभी ₹1.84 लाख करोड़ का ऐसा लावारिस निवेश जमा है, जिसे सही दावेदारों को लौटाने के लिए सभी वित्तीय संस्थाओं को निर्देश दिए गए हैं।
अगर आपकी भी कोई रकम फंसी है, तो आप RBI के “उद्गम” (UDGAM) पोर्टल पर जाकर अपनी बिना दावे वाली राशि की जानकारी पा सकते हैं और उसे वापस पाने के लिए आवेदन भी कर सकते हैं।
‘बिना दावे वाली रकम’ को RBI के पास भेजा जायेगा
‘बिना दावे वाली रकम’ खोजने का काम 30 बैंकों को दिया है और साथ ही ग्राहकों को इस राशि को खोजने में मदद करने के लिए कहा है। आप SEBI की मदद से उन शेयरों की जानकारी भी पा सकते हैं, जिनका कोई दावेदार नहीं है। हज़ारों लोगों की बिना दावे वाली रकम कई सालों से बैंकों में पड़ी है, ठीक वैसे ही जैसे यह रकम बीमा कंपनियों, शेयर बाज़ार और पेंशन फंडों में भी जमा है।
यदि कोई व्यक्ति 10 साल से ज़्यादा समय तक अपनी जमा राशि पर दावा नहीं करता है, तो बैंक उसे RBI (आरबीआई) के पास भेज देते हैं। आप संबंधित विभागों से संपर्क करके अपनी बीमा और पेंशन फंड की बिना दावे वाली रकम पर भी दावा कर सकते हैं।
सरकार दिसंबर तक करेगी बड़ा ऐलान
लावारिस पैसों के निपटारे के लिए वित्त मंत्रालय ने दिसंबर के आखिर तक ज़्यादा से ज़्यादा लावारिस पैसों को उनके सही मालिकों तक लौटाने का बड़ा लक्ष्य रखा है। अगस्त तक, ₹75,000 करोड़ से ज़्यादा की ऐसी रकम आरबीआई के फंड में जमा हो चुकी थी। इसके अलावा, बीमा (इंश्योरेंस) की ₹13,800 करोड़ से ज़्यादा की रकम और म्युचुअल फंड के ₹3,000 करोड़ भी लावारिस हैं। साथ ही, ₹9,000 करोड़ के शेयर लाभांश (Share Dividends) पर भी किसी ने दावा नहीं किया है।