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60 लीटर पानी से 900 km चलेगी कार? ईरानी वैज्ञानिक का वायरल वीडियो और इंटरनेट पर छिड़ी बहस

क्या आपने सुना है कि एक कार 60 लीटर पानी से 900 किलोमीटर चल सकती है? ईरानी वैज्ञानिक अलाउद्दीन कासेमी के इस दावे और वायरल वीडियो ने इंटरनेट पर ज़बरदस्त बहस छेड़ दी है। क्या यह विज्ञान का करिश्मा है या सिर्फ एक धोखा? जानिए क्यों वैज्ञानिक इस दावे को झूठा बता रहे हैं और क्या है इस वायरल खबर की पूरी सच्चाई।

By Pinki Negi

60 लीटर पानी से 900 km चलेगी कार? ईरानी वैज्ञानिक का वायरल वीडियो और इंटरनेट पर छिड़ी बहस
कार

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि ईरान के वैज्ञानिक अलाअद्दीन कासेमी ने एक ऐसी कार बना दी है जो पेट्रोल-डीजल की जगह पानी से चलती है! यह बात हैरान करने वाली है! वैज्ञानिक का दावा है कि उनकी कार का 60 लीटर का टैंक एक बार में 900 किलोमीटर तक या लगभग 10 घंटे तक चल सकता है। हालांकि कई विशेषज्ञों ने इस दावे पर शक जताया है।

19 अक्टूबर 2025 को पोस्ट किया वीडियों

यह वीडियो 19 अक्टूबर 2025 को X (पहले ट्विटर) पर @ShivrattanDhil1 हैंडल से डाला गया था। खबर लिखे जाने तक, इस वीडियो को 62 हज़ार लोगों ने लाइक किया और लाखों बार देखा जा चुका है। इसके अलावा, 13 हज़ार यूज़र्स ने इसे दोबारा पोस्ट किया (रीपोस्ट किया) और 4 हज़ार से ज़्यादा लोगों ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।

60 लीटर पानी से 900 km चलेगी कार

एक व्यक्ति ने सोशल मिडिया पर एक पोस्ट शेयर किया, जिसमें दावा है कि एक ईरानी वैज्ञानिक ने पानी से चलने वाली कार बना ली है। उनके अनुसार, यह कार पानी को हाइड्रोजन और ऑक्सीजन में तोड़ती है, और फिर इंजन को चलाने के लिए हाइड्रोजन का इस्तेमाल करती है। बताया जा रहा है कि यह कार केवल 60 लीटर पानी में 900 किलोमीटर तक की दूरी तय कर सकती है।

Grok ने दी जानकारी

जब एक यूजर ने Grok AI से ‘पानी से चलने वाली कार’ की खबर की सच्चाई पूछी, तो Grok ने बताया कि यह दावा अलाउद्दीन कासेमी के 2016 के प्रदर्शन से जुड़ा है। उस समय, तेहरान टाइम्स जैसी मीडिया ने रिपोर्ट किया था कि यह कार पानी को हाइड्रोजन और ऑक्सीजन में तोड़कर बिजली बनाती है, और 60 लीटर पानी में 900 किलोमीटर तक बिना प्रदूषण के चल सकती है।

हालांकि, विज्ञान के नियम बताते हैं कि ऐसा करना संभव नहीं है। पानी तोड़ने में जितनी ऊर्जा लगती है, उससे कम ऊर्जा ही हाइड्रोजन से वापस मिलती है। इस दावे का कोई पुख्ता प्रमाण, स्वतंत्र जांच या पेटेंट अभी तक नहीं मिला है। इसलिए, कुछ जानकार इसे झूठा भी मानते हैं। वीडियो में भले ही कार को थोड़ी दूर चलते हुए दिखाया गया हो, लेकिन इसका पूरी तरह सच होना अभी साबित नहीं हुआ है।

Author
Pinki Negi
GyanOK में पिंकी नेगी बतौर न्यूज एडिटर कार्यरत हैं। पत्रकारिता में उन्हें 7 वर्षों से भी ज़्यादा का अनुभव है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत साल 2018 में NVSHQ से की थी, जहाँ उन्होंने शुरुआत में एजुकेशन डेस्क संभाला। इस दौरान पत्रकारिता के क्षेत्र में नए-नए अनुभव लेने के बाद अमर उजाला में अपनी सेवाएं दी। बाद में, वे नेशनल ब्यूरो से जुड़ गईं और संसद से लेकर राजनीति और डिफेंस जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर रिपोर्टिंग की। पिंकी नेगी ने साल 2024 में GyanOK जॉइन किया और तब से GyanOK टीम का हिस्सा हैं।

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