पीएम किसान योजना का लाभ ले रहे किसानों के लिए बड़ी खबर! केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा बहुत महत्वपूर्ण जाँच अभियान चलाया जा रहा है, इस जाँच में पता लगा कि 17 लाख से अधिक ऐसे मामले सामने आए है जिसमें योजना का लाभ फर्जी तरीके से लिया जा रहा है। जी हाँ इस योजना के तहत मिलने वाली नकद सहायता का लाभ पति-पत्नी दोनों ही प्राप्त कर रहे थे।
जैसे ही इस धांधली के बारे में केंद्र सरकार को पता लगा, अब तुरंत ही इन लोगों के खिलाफ एक्शन लिया गया है। सरकार ने इसके लिए सभी राज्य सरकारों को पत्र लिखकर भेजा है कि संदिग्ध खातों के सत्यापन की प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा।

क्या है पूरी जानकारी?
सरकार ने जब एक्शन तब लिया जब पाया गया, कि 31 लाख से अधिक किसान ऐसे हैं, जहाँ पर एक ही परिवार से पति और पत्नी दोनों ही इस योजना का पैसा ले रहे हैं। लेकिन जब असल में जाँच की गई तो पाया गया कि, 17.87 लाख मामले बिलकुल ही सही पाए गए हैं जिसमें पति-पत्नी दोनों को पैसा मिल रहा था। अभी तक करीबन 19 लाख से अधिक खातों की जाँच की जा चुकी है। कृषि मंत्रालय ने सभी राज्य सरकारों को जाँच प्रक्रिया पूरी करने के लिए 18 अक्टूबर तक समय दिया है।
पीएम किसान योजना के नियम
पीएम किसान योजना की शुरुवात देश के छोटे और गरीब किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए शुरू की गई है। योजना के तहत एक ही परिवार, यानी पति, पत्नी और नाबालिग बच्चों को मिलाकर लाभ मिलता है, और किसान परिवार होना चाहिए। सरल भाषा में एक किसान परिवार में केवल एक सदस्य को ही योजना के तहत तीन किस्तों में ६,००० रूपए की सहायता भेजी जाएगी।
लेकिन सरकार ने 1.76 लाख ऐसे मामलों की जाँच पड़ताल की है जिसमें परिवार के अन्य सदस्य अथवा नाबालिग बच्चों को भी इस योजना का लाभ भी मिल रहा है, यह योजना के नियमों का उल्लंघन है।