
आज हर घर में गैस सिलेंडर का इस्तेमाल हो रहा है. लेकिन क्या आप जानते है कि सिलेंडर की भी एक्सपायरी डेट होती है. जी हाँ, आपके गैस सिलेंडर की भी एक एक्सपायरी डेट होती है.जब कभी भी आप नया सिलेंडर ले तो उसकी एक्सपायरी डेट ज़रूर चेक करें. एक्सपायरी सिलेंडर का इस्तेमाल करना आपके लिए खतरनाक हो सकता है.
ज्यादातर लोग नहीं जानते है कि सिलेंडर की एक्सपायरी डेट कैसे चेक करें. आज इस आर्टिकल में हम आपको पूरी जानकारी देने वाले है.
सिलेंडर की एक्सपायरी डेट क्यों ज़रूरी है ?
सिलेंडर में भरी जाने वाली गैस बहुत दबाव के साथ भरी जाती है और समय के साथ सिलेंडर का धातु कमजोर होने लगता है, जिससे सिलेंडर से गैस लीक होने या फटने का खतरा बना रहता है. इसी खतरे से बचने के लिए गैस सिलेंडरों के लिए कुछ नियम बनाएं गए है. इन नियमों के तहत हर सिलेंडर की एक एक्सपायरी डेट होती है. अगर आपके घर एक्सपायरी डेट वाला सिलेंडर आता है तो तुरंत उसे वापिस कर दें या फिर उसकी जानकारी गैस एजेंसी के कस्टमर केयर को दें.
ऐसे चेक करें एक्सपायरी डेट
जब कभी आपने सिलेंडर लिया होगा तो उसमे एक ख़ास कोड लिखा होता है जो उसकी एक्सपायरी डेट को बताता है. ये खास कोड सिलेंडर के सबसे ऊपर वाले हिस्से में लिखा होता है और पहले इसमें एक (A, B, C, या D) और उसके बाद दो अंक होते हैं.
इन कोड को ऐसे समझे
हर सिलेंडर में एक अक्षर (A, B, C, D) लिखा होता है जो बताता है कि सिलेंडर की टेस्टिंग साल के किस महीने में हुई है. ये अवधि तीन महीने की होती है.
- A का मतलब है जनवरी से मार्च के बीच.
- B का मतलब है अप्रैल से जून के बीच.
- C का मतलब है जुलाई से सितंबर के बीच.
- D का मतलब है अक्टूबर से दिसंबर के बीच.
अक्षर के बाद एक संख्या लिखी होती है जैसे – 23, 25, 28 इसमें 23 का मतलब 2023, 25 का मतलब 2025 है.
उदाहरण के लिए: अगर आपके सिलेंडर पर C-25 लिखा है, तो इसका मतलब है कि ये सिलेंडर जुलाई से सितंबर 2025 के बीच में एक्सपायरी हो जायेगा