
Aadhaar Update: आधार पहचान नहीं तो क्या होगा सरकारी योजनाओं पर असर? राशन से पेंशन तक कहां जरूरी है ये डॉक्यूमेंटसुप्रीम कोर्ट ने बिहार में होने वाले वोट के लिए वोटर लिस्ट की फिर से जांच करने के आदेश दिए है, जिस पर चुनाव आयोग ने साफ कहा है कि आधार को सीधे तौर पर पहचान प्रमाण नहीं माना जा सकता है. कोर्ट ने कहा कि आधार को अन्य डॉक्यूमेंट्स की तरह जांच के बाद स्वीकार किया जाएगा. इस फैसले के बाद सोशल मीडिया पर सवाल उठा रहे है कि यदि आधार को पहचान पत्र का आधार नहीं माना जाता है तो सरकारी योजनाओं का क्या होगा, जिसमे आधार को पहचान का प्रमाण माना जाता है.
कानूनी रूप से सरकारी योजनाओ में आधार को पहचान का आधार माना जाता है, लेकिन कई जगहों पर इसे सिर्फ पते का प्रमाण माना जाता है.
कहां कहां आधार पहचान के रूप में स्वीकार होता है ?
बैंक खाता खुलवाने
यदि आप नया बैंक अकाउंट खोलते है तो आधार को पहचान और पते के रूप में लिया जाता है. बैंक खाता खुलवाने के लिए आधार एक अनिवार्य दस्तावेज बन गया है. साथ ही इसे जनधन योजना में स्वीकार किया जाता है.
राशन का लाभ
राशन कार्ड की सुविधाओं का लाभ प्राप्त करने हेतु राशन लेते समय बायोमेट्रिक पहचान के लिए आधार कार्ड का इस्तेमाल किया जाता है, जो की पहचान का प्रमाण माना जाता है.
पेंशन और गैस सिलेंडर
पेंशन और गैस सिलेंडर सुविधाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए आधार कार्ड का इस्तेमाल किया जाता है. पेंशनधारियों को अपने जीवन प्रमाण पत्र के लिए आधार की जरूरत होती है. इसके अलावा गैस सब्सिडी लेने के लिए कई एजेंसी आधार कार्ड मांगती है.
डीबीटी सेवा
सरकारी योजनाओं का पैसा सीधे लोगों के अकाउंट में भेजने के लिए डीबीटी सुविधा का इस्तेमाल किया जाता है. अकाउंट वर्फिकेशन के लिए आवेदक का आधार कार्ड मांगा जाता है.
सिम कार्ड लेने और सरकारी कामों के लिए
सिम कार्ड खरीदने के लिए भी आधार को पहचान और पते के प्रमाण के रूप में लिया जाता है. इसके अलावा कई राज्यों में आय प्रमाण पत्र बनाने के लिए आधार का उपयोग किया जाता है.