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Train Rule: इलेक्ट्रिक केतली का इस्तेमाल किया तो लगेगा भारी जुर्माना! ट्रेन यात्रा के नियम जानें

ट्रेन में इलेक्ट्रिक केतली चलाना भारतीय रेलवे नियमों के खिलाफ है और यह बहुत बड़ा सुरक्षा खतरा बन सकता है। हाई-वॉटेज उपकरणों से शॉर्ट सर्किट, आग लगने और अन्य हादसे हो सकते हैं। रेलवे एक्ट की धारा 153 और 154 के तहत इसके लिए जुर्माना और छह महीने से दो साल तक की जेल हो सकती है। यह नियम सभी यात्रियों की सुरक्षा के लिए बनाया गया है।​

By Pinki Negi

ट्रेन में इलेक्ट्रिक केतली या कोई भी हाई-वॉटेज इलेक्ट्रिक उपकरण का इस्तेमाल करना सख्त मना है और यह भारतीय रेलवे के नियमों का उल्लंघन है। ट्रेन की पावर सप्लाई घरेलू विद्युत सिस्टम से अलग होती है, और इसमें लोड फिक्स होता है। हाई-वॉटेज उपकरण जैसे इलेक्ट्रिक केतली, इंडक्शन, हीटर आदि का उपयोग कोच की वायरिंग और इलेक्ट्रिक सिस्टम पर भारी दबाव डालता है, जिससे ओवरलोडिंग, शॉर्ट सर्किट और आग लगने की घटनाएं हो सकती हैं।

ऐसे हादसे यात्रियों की सुरक्षा के लिए बहुत गंभीर खतरा हैं, इसलिए रेलवे ने केवल मोबाइल, पावर बैंक जैसे लो-वॉटेज उपकरणों का इस्तेमाल ट्रेन में करने की अनुमति दी है।

क्या है ट्रेन यात्रा के नियम?

हाल ही में एक वायरल वीडियो में एक महिला कोच में इलेक्ट्रिक केतली से मैगी पकाती दिखी, जिसने रेलवे में हड़कंप मचा दिया। रेलवे ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इस तरह के व्यवहार को असुरक्षित, गैरकानूनी और दंडनीय बताया। रेलवे का कहना है कि ऐसे उपकरणों के इस्तेमाल से न केवल यात्रियों का जीवन खतरे में पड़ता है, बल्कि ट्रेन की इलेक्ट्रिक सप्लाई और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम पर भी बुरा असर पड़ता है। रेलवे यात्रियों से अपील करता है कि वे अपनी सुविधा के लिए इस तरह के उपकरण साथ लेकर न आएं और अगर कोई ऐसा करता दिखे तो संबंधित अधिकारियों को तुरंत सूचित करें।

नियमों के उल्लंघन पर जुर्माने का प्रावधान

रेलवे एक्ट की धारा 153 के तहत ऐसे उल्लंघन करने वाले यात्री पर जुर्माना लगाया जा सकता है और छह महीने तक जेल की सजा भी हो सकती है। अगर इस गतिविधि से ट्रेन में आग लगती है या कोई गंभीर नुकसान होता है, तो धारा 154 लागू होती है, जिसमें जुर्माना और दो साल तक की जेल की सजा तक का प्रावधान है। यह सजा इस बात के लिए है कि ट्रेन में सुरक्षा व्यवस्था बिलकुल शमन रहे और किसी भी प्रकार का हादसा न हो।

ट्रेन कोई निजी जगह नहीं, बल्कि एक सार्वजनिक स्थान है, जहां सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन होना जरूरी है। यात्रियों की सुरक्षा के लिए रेलवे ने यह नियम बनाए हैं ताकि कोई भी हादसा होने से पहले रोका जा सके। इसलिए ट्रेन में सफर के दौरान केवल अनुमत और सुरक्षित उपकरणों का ही उपयोग करें और हाई-वॉटेज इलेक्ट्रिक गैजेट साथ लेकर न चलें। नियमों का पालन करना आपकी और सहयात्री यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करता है।

ध्यान रखने वाली बातें

इसलिए अगली बार जब आप ट्रेन में सफर करें, तो याद रखें कि इलेक्ट्रिक केतली या अन्य हाई-वॉटेज इलेक्ट्रिक उपकरणों का इस्तेमाल न करें। अगर आप ऐसा करते पकड़े गए, तो रेलवे आप पर कानूनी कार्रवाई कर सकता है, जिसमें भारी जुर्माना और जेल की सजा तक शामिल हो सकती है। सुरक्षा को प्राथमिकता दें और अपने सफर को खुशहाल और सुरक्षित बनाएं.

Author
Pinki Negi
GyanOK में पिंकी नेगी बतौर न्यूज एडिटर कार्यरत हैं। पत्रकारिता में उन्हें 7 वर्षों से भी ज़्यादा का अनुभव है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत साल 2018 में NVSHQ से की थी, जहाँ उन्होंने शुरुआत में एजुकेशन डेस्क संभाला। इस दौरान पत्रकारिता के क्षेत्र में नए-नए अनुभव लेने के बाद अमर उजाला में अपनी सेवाएं दी। बाद में, वे नेशनल ब्यूरो से जुड़ गईं और संसद से लेकर राजनीति और डिफेंस जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर रिपोर्टिंग की। पिंकी नेगी ने साल 2024 में GyanOK जॉइन किया और तब से GyanOK टीम का हिस्सा हैं।

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