
देश के जिन लाभार्थियों को पेंशन योजना का लाभ मिलता है, उनके लिए समाज कल्याण विभाग ने एक योजना शुरु की है. यह एक पायलट प्रोजेक्ट है, जिसके तहत सबसे पहले वृद्धावस्था पेंशन में बदलाव किए जायेगे. यदि यह प्रोजेक्ट सफल रहता है तो इसे अन्य सरकारी योजनाओ जैसे -विधवा, विकलांग पेंशन आदि के लिए भी लागू किया जाएगा. इस प्रोजेक्ट से 2 फायदे होंगे – पहला, जो लोग पेंशन योजना के योग्य नहीं है, उन्हे इसका लाभ नहीं मिलेगा और दूसरा, योजना के योग्य लाभार्थियों को डॉक्यूमेंट्स से जुड़ी दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा.
अधिकारी टीम घर -घर जाकर करेगी जांच
समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने नई योजना की शुरुआत करने के लिए जिले में एक टीम बनाई है. इस टीम में उन लोगों को शामिल किया जाएगा, जिन्हें टेक्नोलॉजी की अच्छी जानकारी है. ये टीम लाभार्थियों के डेटा को चेक करेगी और योग्य लोगों की जांच करेगी. इसके अलाव कुछ टीम के लोग उनके घर जाकर पूछेंगे कि क्या उन्हें योजना का लाभ मिल रहा है या नहीं.
इन लोगों को मिलेगा लाभ
अब नागरिकों को उनकी आय के आधार पर पेंशन का लाभ दिया जाएगा. योजना का लाभ प्राप्त करने से पहले आय प्रमाण पत्र देना होगा. जिन लोगों की सालाना 46,000 रुपए से कम होगी, उन्हें ही इस योजना का लाभ मिलेगा. कई इलाकों में ऐसे भी लेखपाल होते है, जो अयोग्य लोगों का भी आय प्रमाण पत्र बन देते हैं. लेकिन अब लेखपालों की मनमानी नहीं चलेगी. अब लाभार्थियों की पहचान उनके डेटा में दी गई आय के आधार पर ही की जाएगी. इससे सिर्फ़ योग्य लोगों को ही योजना का लाभ मिलेगा.
योग्य लोगों को ऐसे चुना जाएगा
जिला समाज कल्याण अधिकारी, घासीराम प्रजापति ने कहा कि योग्य लोगो को फैमिली आईडी और दूसरे डेटा के आधार पर चुना जाएगा. अभी पायलट प्रोजेक्ट पर ड्रायल किया जा रहा है, यदि यह सफल रहता है तो इसे दूसरी सरकारी योजनाओं में भी लागू किया जाएगा.
