
ज्यादातर लोग सोचते हैं कि ट्रैफिक नियम तोड़ने का मतलब सिर्फ हेलमेट न पहनना, सीट बेल्ट न लगाना या तेज गाड़ी चलाना है, लेकिन ऐसा नहीं है। असल में ट्रैफिक चालान कई वजहों से हो सकता है, जिसमें धूम्रपान, साइलेंसर और स्टेपनी से जुड़े नियम तोड़ना भी शामिल है। आपको बता दें कि ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन के 68 अलग-अलग तरीके हैं, जिनकी जानकारी आम लोगों को अक्सर नहीं होती, और इसी वजह से वे अनजाने में गलती कर बैठते हैं और उन पर जुर्माना लग जाता है।
ट्रैफिक चालक के नियम
- ड्राइविंग के दौरान धूम्रपान पर पिछले 3 सालों में 20 चालान।
- बिना अनुमति वाहन पर विज्ञापन लगाने पर 3 सालों में 12 चालान।
- टूटे शीशे वाले वाहन पर 2025 में 3 चालान।
- खराब टायर पर 2025 में 1 चालान।
- मीटर से अधिक किराया वसूलने पर 2023 में 51 चालान।
- ड्राइवर की बदसलूकी पर 2024 में 3 चालान और 2025 में 1 चालान।
- फायर एक्सटिंग्विशर न होने पर पिछले 3 सालों में 67 चालान।
- फर्स्ट एड बॉक्स न होने पर 3 सालों में 141 चालान।
- अनधिकृत व्यक्ति को वाहन चलाने देना — 3 सालों में 9 चालान।
- स्टेपनी न होने पर 3 सालों में 15 चालान।
- रेसिंग पर 2023 में सिर्फ 1 चालान।
ट्रैफिक पुलिस को नियमों के उल्लंघन से निपटना होगा
ट्रैफिक पुलिस को रोज़ाना कई तरह के नियमों के उल्लंघन से निपटना पड़ता है, खासकर कमर्शियल और भारी गाड़ियों के मामलों में, जिनके नियम निजी और दोपहिया वाहनों से ज़्यादा सख़्त होते हैं। इन नियमों में कई ऐसी छोटी-बड़ी ग़लतियाँ शामिल हैं जिनके बारे में ज़्यादातर ड्राइवर और वाहन चलाने वाले लोग जानते तक नहीं हैं।
सड़क सुरक्षा के नए नियम
वाहन चलाते समय इन बातों का ध्यान रखें, नहीं तो चालान कट सकता है: गाड़ी में स्टेपनी न होना, फटा टायर या टूटा शीशा, फुटबोर्ड पर या मालवाहक वाहन में यात्रियों को बिठाना, पार्किंग/हेडलाइट या इंडिकेटर खराब होना। साथ ही, संशोधित साइलेंसर, तेज़ या मल्टी-साउंड हॉर्न का इस्तेमाल, बिना अनुमति किसी और को गाड़ी चलाने देना, ड्राइविंग करते समय धूम्रपान करना, बिना परमिट विज्ञापन लगाना या रेसिंग करना भी नियम का उल्लंघन है। इसके अलावा, ड्राइवर द्वारा यात्रियों से दुर्व्यवहार करना, मीटर से ज़्यादा किराया लेना या खराब मीटर का उपयोग करना भी चालान का कारण बन सकता है।
इस स्थिति में भी कट सकता है चालान
ट्रैफिक नियमों का पालन करना हर ड्राइवर की जिम्मेदारी है। अगर कोई ड्राइवर बिना वर्दी के गाड़ी चलाता है या पुलिसकर्मी के रुकने के इशारे को अनदेखा करता है, तो उस पर जुर्माना लग सकता है। इसके अलावा, कमर्शियल ड्राइवरों को यह ध्यान रखना होगा कि उनके पास फायर एक्सटिंग्विशर और फर्स्ट एड बॉक्स हो।
यात्रियों को बीच रास्ते में असुरक्षित जगह पर उतारने या उन्हें ले जाने से मना करने पर भी कार्रवाई हो सकती है। डीसीपी ट्रैफिक जितेंद्र सिंह पावर के अनुसार, सड़क सुरक्षा सिर्फ हेलमेट या स्पीड लिमिट तक सीमित नहीं है, बल्कि हर वाहन को सड़क पर जिम्मेदारी और सुरक्षा के साथ चलाना जरूरी है।








