
भारतीय रेलवे की ऑनलाइन टिकट बुकिंग शाखा IRCTC (Indian Railway Catering and Tourism Corporation) ने टिकट बुकिंग के नियमों में एक बड़ा और महत्वपूर्ण बदलाव किया है। यह नया नियम सीधा ID प्रूफ (विशेषकर आधार) से जुड़ा है, जिसका उद्देश्य टिकटों की कालाबाजारी (Black Marketing) और दलालों (Agents) द्वारा होने वाली धोखाधड़ी को रोकना है।
हाई-डिमांड स्लॉट में आधार वेरिफिकेशन अनिवार्य
IRCTC ने सुबह के हाई-डिमांड स्लॉट के लिए आधार (Aadhaar) वेरिफिकेशन को अनिवार्य कर दिया है:
- समय सीमा: सुबह 8:00 बजे से 10:00 बजे तक।
- अनिवार्यता: 28 अक्टूबर 2025 से (या हाल ही की तारीखों से), इस दो घंटे की अवधि के दौरान, आरक्षित (Reserved) ट्रेन टिकट केवल वही यात्री बुक कर सकेंगे जिनका IRCTC अकाउंट आधार से वेरिफाइड (Aadhaar-authenticated) है।
- उद्देश्य: सुबह 8 बजे से 10 बजे का समय वह होता है जब अधिकांश लोकप्रिय ट्रेनों की टिकट बुकिंग खुलती है और सबसे ज़्यादा मांग होती है। आधार वेरिफिकेशन लागू करने से असली यात्रियों को कन्फर्म टिकट मिलने की संभावना बढ़ जाएगी।
तत्काल और सामान्य बुकिंग पर नया नियम
आधार वेरिफिकेशन अब केवल सुबह के स्लॉट तक सीमित नहीं है, बल्कि अन्य प्रकार की बुकिंग पर भी लागू होता है:
- तत्काल टिकट (Tatkal Tickets):
- जुलाई 2025 से, IRCTC वेबसाइट या ऐप से तत्काल टिकट बुक करने के लिए आधार वेरिफिकेशन अनिवार्य कर दिया गया है।
- इसके बाद, ऑनलाइन तत्काल टिकट बुकिंग के लिए आधार-आधारित OTP वेरिफिकेशन भी अनिवार्य कर दिया गया है, ताकि उपयोगकर्ता की पहचान सुनिश्चित हो सके।
- सामान्य आरक्षित टिकट (General Reserved Tickets):
- नया नियम सामान्य आरक्षित टिकटों पर भी लागू होता है।
- बुकिंग खुलने के पहले 15 मिनट तक केवल आधार से वेरिफाइड यूज़र ही ऑनलाइन टिकट बुक कर सकते हैं।
नया नियम बुकिंग प्रक्रिया को आधार से जोड़कर धोखाधड़ी रोकता है, लेकिन ट्रेन में यात्रा करते समय मूल ID प्रूफ साथ रखना आज भी अनिवार्य है।








