
अक्सर गर्मी के मौसम में ज्यादातर लोग बिजली बिल से परेशान रहते हैं, भीषण गर्मी से राहत के लिए AC का अधिक इस्तेमाल देखने को मिलता है, जिससे बचने के लिए लोग सोलर पैनल लगवाना एक बेहतर उपाय मानते हैं। हालाँकि कौन सा सोलर पैनल आपके लिए ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है, इसकी अधिकतर लोगों को जानकारी नहीं होने के कारण वह किसी भी कंपनी के पैनल को इंस्टाल कर लेते हैं। यहाँ हम आपको एक ऐसे आधुनिक तकनीक के हाइड्रोजन से बिजली बनाने वाले सोलर पैनल की जानकारी देंगे, जो 24 घंटे बिजली की जरूरतों को पूरा करता है।
24 घंटे बिजली देने वाला सोलर पैनल
अब बाजार में जल्द ही हाइड्रोजन से बिजली बनाने वाले सोलर पैनल आने वाले हैं, जो पर्यावरण में मौजूद हाइड्रोजन से बिजली का उत्पादन करते हैं। इसके लिए सोलर पैनल दो चीजों हवा और धुप का उपयोग करते हैं, यह पैनल पानी को हाइड्रोजन और ऑक्सीजन में विभाजित करती है, जिसे फोटो-कैटलिटिक वाटर सप्लिटिंग प्रक्रिया कहा जाता है। इस प्रक्रिया में पानी हवा में भाप और नमी के रूप में मौजूद होता है, जिसे यह पैनल अपने बेस में लगे ट्यूबों में कैप्चर करते हैं। इन पैनल पर धूप पड़ने के बाद से कैटलिटिक कन्वर्जन प्रक्रिया शुरू हो जाती है।
हाइड्रोजन पैनल की आवश्यकता और उपयोग
हाइड्रोजन सोलर पैनल अन्य पैनल की तुलना अलग है क्योंकि इसमें पड़ने वाली धुप से हाइड्रोजन बनता है। जिसे 10 से 50 साल या अधिकतम 100 साल जैसे अधिकतम समय तक स्टोर किया जा सकता है। वहीं बैटरियों में संगृहीत चार्ज समय के साथ ख़त्म हो जाता है और इसकी सीमा भी केवल 4 से 5 वर्ष के लिए होती है।
इन सोलर पैनल से उत्पन्न बिजली का उपयोग घरेलू कार्यों जैसे हीटर, खाने बनाने, गीजर आदि में पानी गर्म करने के साथ इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग में किया जा सकता है। ऐसे में यह माना जा रहा है की यह सिस्टम अगले वर्ष 2026 में लांच किया जा सकता है।
व्यापारिक संभावनाएं और लाभ
बता दें, हाइड्रोजन की मांग बिजली की तुलना अधिक होती है वहीं बाजार में इसे बेचकर आप व्यापारिक रूप से भी अच्छा ख़ासा मुनाफा कमा सकते हैं। इस हाइड्रोजन सोलर पैनल की प्रणाली का इस्तेमाल दुनिया भर के विभिन्न हिस्सों में किया जा रहा है, जो न केवल लोगों के जीवन को बढ़ते खर्चों से राहत दिलाने के लिए फायदेमंद है बल्कि यह पर्यापरण के अनुकूल भी है।