
अगर आपके बैंक अकाउंट में बैलेंस नहीं है और अचानक पैसों की ज़रूरत पड़ जाती है, तो टेंशन लेने की ज़रूरत नहीं है। अब कई बैंक अपने ग्राहकों को ओवरड्राफ्ट (Overdraft) सुविधा प्रदान करते हैं, जिसके जरिए आप ज़रूरत पड़ने पर निर्धारित लिमिट तक पैसा निकाल सकते हैं।
ओवरड्राफ्ट सुविधा क्या है?
ओवरड्राफ्ट एक तरह की क्रेडिट सुविधा है, जिसमें बैंक अपने ग्राहकों को खाते में उपलब्ध बैलेंस से अधिक पैसे निकालने की अनुमति देता है। इसका इस्तेमाल आप एटीएम (ATM), चेक या ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के माध्यम से कर सकते हैं।
किन्हें मिलती है यह सुविधा?
- यह सुविधा आमतौर पर सैलरी अकाउंट, पेंशन अकाउंट या करंट अकाउंट वाले ग्राहकों को दी जाती है।
- कई बैंक जनधन खाताधारकों को भी ₹10,000 तक का ओवरड्राफ्ट लिमिट उपलब्ध कराते हैं।
- ओवरड्राफ्ट लिमिट बैंक आपके अकाउंट के लेन-देन और साख (CIBIL Score) के आधार पर तय करता है।
कैसे निकाल सकते हैं पैसा?
- यदि आपके खाते में बैलेंस 0 है, फिर भी आप एटीएम से कैश निकाल सकते हैं।
- यह निकासी आपकी ओवरड्राफ्ट लिमिट के अंतर्गत होगी।
- जितना पैसा आप निकालेंगे, वह लोन के रूप में माना जाएगा और उस पर ब्याज (Interest) लगेगा।
ओवरड्राफ्ट सुविधा लेते समय ध्यान दें
ओवरड्राफ्ट से निकाले गए पैसे को समय पर वापस करना ज़रूरी है, निर्धारित समय पर पैसा न लौटाने पर ब्याज दर और पेनाल्टी बढ़ सकती है। यह सुविधा आपात स्थिति (Emergency) में बेहद उपयोगी है, लेकिन इसे सोच-समझकर इस्तेमाल करना चाहिए।