Tatkal Ticket Cancellation Rules: अगर आपको जरुरी काम से कहीं जाना है या फिर इमरजेंसी है, तो रेलवे में तत्काल टिकट बुकिंग की सुविधा मिलती है जिससे हमें सीट मिल जाती है। लेकिन अगर किसी कारण वश हमें इसे कैंसिल करना पड़ जाए तो इसका रिफंड वापस मिलता है और रेलवे इसमें कितने पैसे काटता है, इसकी जानकारी आगे लेख में जानते हैं।

कन्फर्म तत्काल टिकट के नियम
रेलवे के नियमानुसार, अगर कोई व्यक्ति कन्फर्म तत्काल टिकट को रद्द कर देता है तो उसे इसका कोई भी पैसा वापस नहीं दिया जाएगा। रेलवे आपका पूरा पैसा अपने पास ही ले लेता है। ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि यह बेवजह की बुकिंग हो जाती है। हालाँकि सभी यात्री ऐसा नहीं करते लेकिन कई लोग बिना कारण इस टिकट को बुक कर लेते हैं और फिर इसे रद्द भी कर देते हैं। इसके साथ ही काला बजारी को रोकने के लिए भी यह नियम बनाया हुआ है।
क्या रिफंड मिलता है?
जी हाँ, कुछ जरुरी हालातों और परिस्थितियों में ही रेलवे द्वारा आपको आधार अथवा पूरा रिफंड मिल सकता है। यह तब मिलता है जब रेलवे की कोई गलती है।
- अगर ट्रेन कैंसिल हो जाती है तो रेलवे द्वारा आपको टिकट का पूरा रिफंड दिया जाएगा।
- अगर ट्रेन अपनरा रूट बदल देती है और आपके स्टेशन से ट्रेन नहीं गुजरती है, तो ऐसे हालत में भी आपका पूरा पैसा वापस दिया जाएगा।
- अगर ट्रेन तीन घंटे से अधिक देरी कर देती है तो रिफंड वापस मिलेगा।
- अगर आपका WL टिकट कन्फर्म नहीं होता है तो ऐसी स्थिति में रेलवे कुछ शुल्क कटेगा और बाकि बचा हुआ पैसा आपको वापस भेज देगा।
RAC और WL टिकट के नियम क्या है?
- अगर आपने तत्काल का RAC (Reservation Against Cancellation) टिकट कैंसिल किया है तो आपको इसका कोई भी रिफंड वापस नहीं मिलेगा।
- अगर तत्काल का टिकट अभी वेटिंग लिस्ट में दिखाई देता है तो वह अपने आप कैंसिल हो जाता है। लेकिन अगर WL टिकट कन्फर्म नहीं होता है तो रेलवे सिर्फ 60 रूपए काटता है और बाकि पैसा उसी व्यक्ति को वापस कर देता है। अगर आप टिकट रद्द कराना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको रेलवे वेबसाइट पर जाना चाहिए और इसके जरुरी नियम पढ़ने चाहिए।