
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PM Matru Vandana Yojana) गर्भवती महिलाओं को ₹11,000 तक की आर्थिक सहायता प्रदान करने वाली एक महत्वपूर्ण केंद्र सरकार की योजना है। यह योजना महिलाओं एवं उनके शिशुओं के स्वास्थ्य, पोषण एवं देखभाल को बेहतर बनाने के उद्देश्य से चलाई जा रही है। इस योजना के तहत महिलाओं को सीधे उनके बैंक खाते में धनराशि दी जाती है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति सशक्त हो और वे गर्भावस्था व प्रसव के दौरान बेहतर पोषण और स्वास्थ्य सेवा प्राप्त कर सकें।
योजना के तहत मिलने वाला लाभ
- पहली संतान के जन्म पर गर्भवती महिला को कुल ₹5,000 की आर्थिक सहायता मिलती है, जिसे तीन किस्तों में दिया जाता है। पहली किस्त ₹1,000 की प्रेग्नेंसी के दौरान, दूसरी ₹2,000 प्रसव के बाद और तीसरी ₹2,000 टीकाकरण के बाद मिलती है।
- यदि दूसरी संतान कन्या है, तो उसके जन्म पर अतिरिक्त ₹6,000 की सहायता दी जाती है। इससे कुल लाभ ₹11,000 तक पहुंच जाता है।
- यह योजना विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर, अनुसूचित जाति/जनजाति, बीपीएल कार्ड धारक, दिव्यांग महिलाओं, आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी और अन्य पात्र वर्गों के लिए है।
पात्रता एवं शर्तें
- महिला की न्यूनतम आयु 19 वर्ष होनी चाहिए।
- परिवार की वार्षिक आय ₹8 लाख से कम होनी चाहिए।
- योजना का लाभ पहली संतान के लिए मुख्य रूप से है, पर 1 अप्रैल 2022 के बाद जन्मे दूसरे बच्चे (यदि लड़की हो) पर भी लाभ दिया जाता है।
- लाभ प्राप्त करने के लिए महिला को समय सीमा के भीतर आवेदन करना आवश्यक है।
आवेदन प्रक्रिया
- आवेदन नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र, आशा कार्यकर्ता या स्वास्थ्य केंद्र के माध्यम से किया जा सकता है।
- महिला स्वयं भी ऑनलाइन PMMVY पोर्टल (pmmvy.wcd.gov.in) पर जाकर आवेदन कर सकती है।
- आवश्यक दस्तावेजों में आधार कार्ड, गर्भावस्था प्रमाण पत्र, मातृत्व एवं बाल संरक्षण कार्ड, और बैंक खाते का विवरण शामिल हैं।
- आवेदन के पुष्टि के बाद, राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से सीधे महिला के बैंक खाते में जमा कर दी जाती है।
योजना का महत्व
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना से महिलाओं को आर्थिक सहायता मिलने से वे अपने और अपने बच्चे के स्वास्थ्य का बेहतर ध्यान रख पाती हैं। इसके साथ ही शिशु मृत्यु दर और कुपोषण की समस्या को कम करने में यह योजना सहायक है। साथ ही, दूसरी बेटी पर भी आर्थिक प्रोत्साहन देने से बेटियों को जन्म देने के प्रति समाज में सकारात्मक दृष्टिकोण बढ़ता है। इस योजना का लाभ उठाने के लिए गर्भवती महिला को जल्द से जल्द संबंधित केंद्र पर जाकर अपना पंजीकरण कराना चाहिए ताकि समय पर आर्थिक सहायता प्राप्त हो सके।
इस तरह, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना महिलाओं और बच्चों के लिए एक सद्भावना से भरी पहल है जो मातृत्व को आसान और सुरक्षित बनाती है। इसे अपनाकर गर्भवती महिलाएं बेहतर जीवन जी सकती हैं और सरकार के इस प्रयास से माताओं का स्वास्थ्य सुदृढ़ होता है।








