प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना को लेकर उत्तर प्रदेश से एक बड़ी खबर आ रही है। सरकार अब उन लोगों पर सख्ती करने जा रही है जो गलत तरीके से या नियमों के खिलाफ जाकर इस योजना का लाभ उठा रहे थे। इसके लिए कृषि विभाग द्वारा एक लिस्ट तैयार की जा रही है और अब तक हजारों लोगों की पहचान की जा चुकी है, जिन्हें जल्द ही इस स्कीम से बाहर किया जाएगा।

किन्हें माना जा रहा है अपात्र?
सरकार का एक्शन सीधे उन परिवारों पर हो रहा है, जहां एक से ज्यादा लोग पीएम किसान योजना का पैसा ले रहे हैं। योजना का नियम साफ है – एक किसान परिवार में सिर्फ एक ही सदस्य को इसका लाभ मिल सकता है। लेकिन जांच में पाया गया है कि कई जगहों पर:
- पति-पत्नी दोनों योजना का लाभ ले रहे हैं।
- एक ही परिवार से मां और बेटा दोनों के खाते में पैसा आ रहा है।
- नाबालिग बच्चों के नाम पर भी पैसे लिए जा रहे हैं।
अगर एक ही घर में दो-दो लोग पैसा ले रहे हैं, तो अब उनकी पहचान करके उनका नाम लिस्ट से हटाया जाएगा। कानपुर देहात जिले में ही अब तक लगभग 9,858 ऐसे अपात्र लाभार्थियों की पहचान हो चुकी है।
यह भी देखें: PM किसान योजना की अगली किस्त पाने के लिए जरूरी है यह ID! जानें कैसे करें अप्लाई
क्यों हो रही है यह गड़बड़ी?
अधिकारियों के अनुसार, यह गड़बड़ी अक्सर अनजाने में भी हो रही है।
- विरासत (Inheritance): कई मामलों में ऐसा देखा गया है कि जब किसी लाभार्थी किसान की मृत्यु हो जाती है, तो उनकी जमीन विरासत में पत्नी और बेटे, दोनों के नाम पर आ जाती है। इसके बाद दोनों अलग-अलग आवेदन कर देते हैं और योजना का लाभ लेना शुरू कर देते हैं, जो कि नियमों के खिलाफ है।
- जानकारी का अभाव: कुछ लोगों को यह जानकारी ही नहीं है कि परिवार में सिर्फ एक ही व्यक्ति इस योजना का पात्र है।
सरकार का क्या है अगला कदम?
कृषि विभाग तेजी से ऐसे अपात्र लोगों की लिस्ट तैयार कर रहा है। उप कृषि निदेशक हरिशंकर भार्गव ने साफ किया है कि शासन की गाइडलाइन (guideline) के अनुसार ही पात्र किसानों को लाभ दिया जाएगा।
- जिन लोगों का नाम इस लिस्ट में आएगा, उनकी पीएम किसान सम्मान निधि की किस्तें रोक दी जाएंगी।
- उन्हें योजना से वंचित कर दिया जाएगा ताकि जो किसान वास्तव में पात्र हैं, उन तक लाभ पहुंच सके।
यह कदम यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया जा रहा है कि सरकारी योजना का पैसा सही और जरूरतमंद लोगों तक ही पहुंचे।