एक तरफ जहां देश में, खासकर पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा की धूम है और लोग पंडालों में घूमने की तैयारी कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर पेट्रोल की कीमतों ने आम आदमी के बजट को हिला दिया है। त्योहार के इस मौसम में कोलकाता वासियों के लिए अपनी गाड़ी निकालना थोड़ा महंगा साबित हो रहा है, क्योंकि उनका शहर अब पेट्रोल के मामले में देश के सबसे महंगे महानगरों में से एक बन गया है, यहां तक कि मुंबई से भी आगे निकल गया है।

क्यों है हर शहर में रेट अलग-अलग?
अब आप सोच रहे होंगे कि जब तेल एक ही है, तो हर शहर में इसका रेट (rate) अलग-अलग क्यों होता है? इसका सीधा सा जवाब है – राज्यों का टैक्स (Tax)। हर राज्य पेट्रोल-डीजल पर अपना अलग-अलग वैट (VAT) और लोकल चार्ज लगाता है। इसी वजह से जो पेट्रोल आपको दिल्ली में सस्ता मिलता है, वही कोलकाता या मुंबई जैसे शहरों में आपकी जेब पर भारी पड़ता है।
किस शहर में क्या है भाव?
आइए जानते हैं आज, 28 सितंबर 2025 को, देश के बड़े शहरों में पेट्रोल का क्या हाल है:
- कोलकाता: यहां पेट्रोल सबसे महंगा है, जो ₹105.41 प्रति लीटर बिक रहा है।
- मुंबई: दूसरे नंबर पर मुंबई है, जहां पेट्रोल का दाम ₹103.50 प्रति लीटर है।
- चेन्नई: यहां पेट्रोल ₹100.90 प्रति लीटर है।
- दिल्ली: राजधानी दिल्ली में लोगों को सबसे ज्यादा राहत है, यहां पेट्रोल ₹94.77 प्रति लीटर मिल रहा है।
यह आंकड़े साफ दिखाते हैं कि दुर्गा पूजा के जश्न के बीच कोलकाता में लोगों को सबसे महंगी पेट्रोल भरवानी पड़ रही है।
दाम स्थिर, फिर भी इतना अंतर क्यों?
दिलचस्प बात यह है कि देश में मई 2022 के बाद से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बड़ा राष्ट्रीय बदलाव नहीं हुआ है। भले ही तेल कंपनियां रोज सुबह 6 बजे अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतों और डॉलर के रेट के हिसाब से दाम अपडेट करती हैं, लेकिन अक्सर सरकारें राजनीतिक और आर्थिक संवेदनशीलता को देखते हुए कीमतों के उतार-चढ़ाव का बोझ खुद उठा लेती हैं। इसे एक तरह का बफर (buffer) कह सकते हैं, जिससे आम जनता पर इसका सीधा असर नहीं पड़ता। हालांकि, राज्यों के अलग-अलग टैक्स के कारण शहरों के बीच कीमतों का यह बड़ा अंतर बना हुआ है।