
सोशल मीडिया पर काफी समय से चर्चा चल रही थी कि UPI ट्रांजैक्शन पर चार्ज लगाने वाला है. भारत में UPI की लोकप्रियता दिन -प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. यह ऑनलाइन पेमेंट के मामले के दुनिया में सबसे आगे है. UPI के माध्यम से एक दिन में जितने ट्रांजेक्शन होते है, वह अमेरिका की कुल आबादी से भी ज़्यादा हैं. भारत में 2 अगस्त में 707 मिलियन UPI ट्रांजेक्शन हुए, जबकि अमेरिका की जनसंख्या 341.2 मिलियन है. अब सरकार ने साफ किया है कि UPI पेमेंट पर कोई शुल्क नहीं लगेगा.
UPI ट्रांजैक्शन पर नहीं लगेगा कोई चार्ज
UPI चार्ज को लेकर केंद्र सरकार ने साफ कर दिया है कि UPI डिजिटल पर शुल्क लगाने का कोई भी आदेश जारी नहीं हुआ है. वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने लोकसभा में बताया कि NPCI पहले बैंकों को ट्रांजैक्शन वैल्यू का 0.30% तक शुल्क लेने की अनुमति देता था. लेकिन अब नए नियमों के अनुसार, कोई भी बैंक ऑनलाइन पेमेंट करने पर कोई भी चार्ज नहीं लगा सकती है.
यूपीआई लेन-देन में हो रही भारी बढ़ोतरी
भारत देश में हर दिन लाखों लोग डिजिटल के माध्यम से पैसों का लेन-देन करते हैं. सरकार ने UPI सेवाओं को जारी रखने के लिए 2021-22 से 2024-25 तक एक प्रोत्साहन योजना भी चलाई, जिसके तहत 8,730 करोड़ रुपए की मदद दी गई. 2017-18 में UPI के जरिए 92 करोड़ रुपए का लेन-देन हुआ, वहीं 2024-25 में यह आंकड़ा बढ़कर 18,587 करोड़ रुपए हो गया. जुलाई 2025 में 1,946 करोड़ से ज्यादा लेन-देन का नया रिकॉर्ड बना.