
क्या आप भी ऐसा व्यवसाय शुरू करने का सपना देख रहे हैं, जिसमें ज्यादा मेहनत न करनी पड़े, लेकिन कमाई करोड़ों में हो? अगर हां, तो गांव में उपलब्ध सबसे आसानी से मिलने वाली चीज – गोबर – आपका यह सपना पूरा कर सकती है। यह सुनने में साधारण लगता है, लेकिन आज यही चीज एक बड़ा बिजनेस बन चुकी है, जिसकी मांग भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों तक पहुंच चुकी है।
गोबर से बनेगी कमाई की सोने की राह
भारत में गाय और भैंसों की संख्या करोड़ों में है, यानी गोबर का स्रोत हर गांव में मौजूद है। अब तक लोग गोबर का इस्तेमाल केवल खाद या ईंधन के रूप में करते थे, लेकिन अब यही गोबर ‘गो-काष्ठ’ यानी बायो लकड़ी में बदलकर पैसे कमा सकता है। यह लकड़ी मंदिरों, हवन, यज्ञ, अंतिम संस्कार और घरेलू उपयोग के लिए तेजी से लोकप्रिय हो रही है क्योंकि यह पर्यावरण हितैषी और सस्ती है।
कैसे शुरू करें यह बिजनेस
इस बिजनेस की सबसे खास बात यह है कि इसमें ज्यादा निवेश की जरूरत नहीं होती। यदि आपके पास खुद की थोड़ी सी जमीन है, तो आप मात्र 20,000 रुपये से लेकर 1.5 लाख रुपये तक की लागत में शुरुआत कर सकते हैं।
- आवश्यक सामग्री: गोबर, भूसा और सूखी घास
- मिश्रण अनुपात: 60% गोबर, 30% भूसा, 10% घास
- मशीन की दर: 40,000 से 1 लाख रुपये तक
- आवश्यक जगह: लगभग 2500 वर्ग फीट क्षेत्र, जिसमें मशीन लगाने के लिए 1000 वर्ग फीट छत वाला शेड होना चाहिए
मिश्रण तैयार करके मशीन में डाला जाता है, जिससे निकलने वाली लकड़ी कुछ दिनों तक धूप में सुखाने के बाद बिक्री के लिए तैयार हो जाती है।
लागत और संभावित मुनाफा
गोबर 5 से 10 रुपये किलो के हिसाब से गांवों में मिल जाता है, जबकि भूसा और घास भी सस्ती होती हैं। एक किलो गोबर की लकड़ी बनाने में लगभग 3-5 रुपये लागत आती है, और बाजार में इसकी बिक्री कीमत 6 से 15 रुपये प्रति किलो तक रहती है। इस तरह 10,000 रुपये के उत्पादन खर्च पर आप 2,500 से 4,500 रुपये तक का मुनाफा कमा सकते हैं। जैसे-जैसे उत्पादन और बाजार बढ़ता है, मुनाफा भी लाखों में पहुंच सकता है। अनुभवी उद्यमी 2-3 साल में महीने का 2 लाख रुपये तक का लाभ कमा रहे हैं।
सरकार भी कर रही है मदद
भारत सरकार की ‘वेस्ट टू वेल्थ’ योजना के तहत ऐसे पर्यावरण-संवेदनशील व्यापारों को बढ़ावा देने के लिए 35% तक सब्सिडी दी जा रही है। इसके लिए कुछ जरूरी दस्तावेज चाहिए होंगे, जैसे:
- MSME रजिस्ट्रेशन
- ट्रेड लाइसेंस
- प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की एनओसी
इन लाइसेंसों की मदद से आप कानूनी रूप से अपना उत्पादन और वितरण शुरू कर सकते हैं।
मार्केटिंग और बिक्री के आसान तरीके
ग्रामीण क्षेत्रों में तो गोबर लकड़ी की मांग पहले से ही है, लेकिन शहरी बाजारों में बिक्री का तरीका थोड़ा नया है। आप इसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म या ई-कॉमर्स वेबसाइट्स (जैसे अमेज़न, फ्लिपकार्ट, इंडिया मार्ट) के माध्यम से बेच सकते हैं। इतना ही नहीं, मंदिरों, आश्रमों और अंतिम संस्कार स्थलों से संपर्क बढ़ाकर नियमित ऑर्डर प्राप्त किए जा सकते हैं।
अतिरिक्त कमाई के रास्ते
यह बिजनेस केवल गोबर की लकड़ी तक सीमित नहीं है। आप इससे जुड़े अन्य उत्पाद भी बना सकते हैं, जैसे—
- गोबर के दीये और अगरबत्ती
- ऑर्गेनिक खाद और बायो गैस
- हैंडिक्राफ्ट वस्तुएं
इससे आपकी कमाई के कई स्रोत बन सकते हैं, जिससे जोखिम कम और आय स्थिर हो जाएगी।
अगर आप गांव में रहते हैं और कम पूंजी में अच्छा मुनाफा देना वाला कारोबार शुरू करना चाहते हैं, तो गोबर से लकड़ी बनाने का बिजनेस आपके लिए गेम‑चेंजर साबित हो सकता है। इसमें न ज्यादा मेहनत है, न बड़ी फैक्ट्री की जरूरत, केवल थोड़ी समझदारी और प्लानिंग की जरूरत है। सही तरीके से काम किया जाए, तो आने वाले सालों में यह व्यवसाय करोड़ों रुपये की कमाई का जरिया बन सकता है।








