
भारत में स्मार्टफोन क्रांति इतनी तेजी से बढ़ रही है कि अब यह केवल शहरों तक सीमित नहीं रही। गांव और कस्बों के युवा भी अब नवीनतम मोबाइल और एक्सेसरीज़ का इस्तेमाल करने लगे हैं। यही वजह है कि मोबाइल एक्सेसरीज़ का कारोबार आज एक जबरदस्त कमाई वाला मौका बन चुका है। खास बात यह है कि इस कारोबार को शुरू करने के लिए आपको बड़ी दुकान या भारी निवेश की जरूरत नहीं, केवल समझदारी और सही रणनीति से यह बिजनेस आपकी आय का स्थायी स्त्रोत बन सकता है।
क्यों है मोबाइल एक्सेसरीज़ व्यवसाय इतना फायदेमंद
आज लगभग हर व्यक्ति के पास एक नहीं बल्कि दो‑दो स्मार्टफोन होते हैं। उनके साथ कवर, टेम्पर्ड ग्लास, चार्जर, ईयरफोन, डेटा केबल और पावर बैंक जैसी जरूरतें जुड़ी होती हैं। इन वस्तुओं की जीवन अवधि सीमित होने के कारण ग्राहक इन्हें बार‑बार दोबारा खरीदते हैं। यही कारण है कि इस सेक्टर की “रीपीट सेलिंग” वैल्यू सबसे अधिक है।
इसके अलावा, हर त्योहारी सीज़न या नए फोन के लॉन्च के बाद डिमांड तेजी से बढ़ती है। स्मॉल टाउन और ग्रामीण क्षेत्रों में लोग अब भी ऑफलाइन खरीदारी को प्राथमिकता देते हैं जिससे यह बिजनेस स्थायी रूप से चल पाता है।
कैसे करें शुरुआत
अगर आप 1 लाख रुपये तक निवेश करने की सोच रहे हैं तो यह व्यवसाय आपके लिए बिल्कुल सही है। शुरुआत में आप अपने घर से या किसी छोटे किराए के स्थान पर भी यह काम कर सकते हैं।
पहला कदम है कुछ बेसिक लेकिन तेज़ी से बिकने वाले उत्पाद रखना जैसे–
- मोबाइल कवर
- टेम्पर्ड ग्लास
- चार्जर और डेटा केबल
- ईयरफोन व ब्लूटूथ डिवाइस
ये सभी सामान थोक बाजार या ऑनलाइन B2B प्लेटफ़ॉर्म जैसे इंडियामार्ट, ट्रेडइंडिया या यूडान से थोक दाम में आसानी से मंगाए जा सकते हैं। जैसे‑जैसे ग्राहक आधार बढ़े, आप प्रीमियम ब्रांड जैसे boAt, Noise या Samsung के एक्सेसरीज़ जोड़कर अपने मार्जिन को और बढ़ा सकते हैं।
निवेश और संभावित मुनाफा
शुरुआती चरण में कुल 1 लाख रुपये में यह निवेश संरचना रखी जा सकती है:
| निवेश का भाग | अनुमानित राशि (₹) |
|---|---|
| शुरुआती स्टॉक | 60,000 |
| शॉप/स्टॉल सेटअप या होम स्पेस | 10,000 |
| पैकिंग, ब्रांडिंग व विज्ञापन | 10,000 |
| ऑनलाइन प्रचार (सोशल मीडिया/व्हाट्सएप) | 5,000 |
| कार्यशील पूंजी | 15,000 |
प्रारंभ में यदि आपकी रोज़ की बिक्री 1,500–2,000 रुपये की होती है तो 30–40 प्रतिशत का लाभ मिलना सामान्य बात है। इसका मतलब है लगभग 15 से 25 हज़ार रुपये मासिक शुद्ध कमाई। जैसे‑जैसे ग्राहक बढ़ें, यह आंकड़ा आसानी से 40 से 50 हजार रुपये तक पहुंच सकता है।
मार्केटिंग और प्रमोशन के बेहतरीन तरीके
बिना बड़े विज्ञापन खर्च के भी इस बिजनेस को बढ़ाया जा सकता है।
- इंस्टाग्राम, फेसबुक पर अपने उत्पादों की फोटो और ऑफर्स शेयर करें।
- ग्राहकों के लिए सीमित समय के डिस्काउंट या कॉम्बो ऑफर बनाएं।
- लोकल मोबाइल रिपेयर शॉप्स और खुदरा विक्रेताओं से साझेदारी करें।
- अपने नियमित ग्राहकों के लिए व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर नए उत्पादों की अपडेट भेजें।
- त्योहारों में थीम आधारित प्रमोशनल कैंपेन चलाएं जैसे “दिवाली डील” या “नए साल का टेक सेल”।
बिना दुकान के बिजनेस की विशेष रणनीति
अगर आप दुकान खोलने की बजाय घर से काम करना चाहते हैं तो दो रास्ते सबसे प्रभावी हैं:
- ऑनलाइन बिक्री – आप Amazon Seller Account या Meesho जैसे प्लेटफ़ॉर्म पर रजिस्टर होकर अपने उत्पाद ऑनलाइन बेच सकते हैं।
- डायरेक्ट कनेक्शन – सोशल मीडिया व माध्यमों से अपने क्षेत्र के मोबाइल रिपेयर शॉप्स, कॉलेजों या ऑफिस स्टाफ तक सीधे पहुँच बनाएं।
इससे लॉजिस्टिक कॉस्ट कम होगी और आपकी प्रॉफिट रेन्ज बढ़ जाएगी।
भविष्य की संभावनाएं
मोबाइल एक्सेसरीज़ इंडस्ट्री आगामी वर्षों में 10–12 प्रतिशत की वार्षिक ग्रोथ रेट से बढ़ने की संभावना रखती है। 5G नेटवर्क, वीडियो कंटेंट क्रिएशन और गेमिंग कल्चर ने इस सेक्टर की डिमांड को तीव्र गति से बढ़ाया है।
नई टेक्नोलॉजी के हर अपग्रेड के साथ एक्सेसरीज़ की नए वर्ज़न की जरूरत पैदा होती है। इस लिए जो व्यक्ति यह कारोबार आज से शुरू करता है, उसके पास लंबे समय तक स्थिर मांग का फायदा उठाने का मौका होगा।
छोटे नगरों के उदाहरण से प्रेरणा
खंडवा के एक युवा उद्यमी ने केवल 20 हज़ार रुपये से यह बिजनेस शुरू किया था और अब हर महीने 40–50 हज़ार रुपये तक की आय कर रहा है। उनका राज़ था ग्राहकों से ईमानदार व्यवहार, तेज़ सर्विस और क्वालिटी पर कोई समझौता न करना। उनके अनुसरण से कोई भी युवा कम पूंजी में अपनी आर्थिक यात्रा शुरू कर सकता है।








