
अभिभावकों के लिए राहत की खबर है कि अब बच्चों के आधार कार्ड में बायोमेट्रिक जानकारी अपडेट कराना पूरी तरह फ्री कर दिया गया है। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) के इस फैसले के तहत 5 से 17 साल के बच्चों का बायोमेट्रिक अपडेट एक साल तक मुफ्त रहेगा। चूंकि 5 और 15 साल की उम्र में आधार को सही और मान्य रखने के लिए इसे अपडेट करना अनिवार्य होता है, इसलिए इस बदलाव से करोड़ों परिवारों को सीधा आर्थिक लाभ मिलेगा।
बच्चों के आधार कार्ड के लिए जरूरी बायोमैट्रिक अपडेट
आधार (UIDAI) के नियमों के मुताबिक, 5 साल से कम उम्र के बच्चों के फिंगरप्रिंट और आँखों की पुतलियों (आईरिस) को स्कैन नहीं किया जाता है। इसीलिए, जब बच्चा 5 साल का होता है, तो उसके बायोमैट्रिक अपडेट करवाना अनिवार्य हो जाता है। इसी तरह, बच्चे के 15 साल का होने पर दूसरी बार बायोमैट्रिक जानकारी अपडेट करानी पड़ती है, ताकि बड़े होने पर आधार कार्ड सही से काम करता रहे और उसकी पहचान सुरक्षित बनी रहे।
बच्चों का आधार अपडेट अब बिल्कुल फ्री
अगर आपके घर में बच्चे हैं, तो यह खबर आपके काम की है। UIDAI ने 1 अक्टूबर 2025 से 30 सितंबर 2026 तक बच्चों के बायोमैट्रिक (जैसे फिंगरप्रिंट, आंखों की पुतली और फोटो) अपडेट कराने की फीस हटा दी है। पहले इस काम के लिए 125 रुपये देने पड़ते थे, लेकिन अब माता-पिता तय समय के अंदर आधार केंद्र जाकर बिना किसी शुल्क के यह काम मुफ्त में करवा सकते हैं।
बच्चों के लिए मुफ्त आधार अपडेट की सुविधा से मिलेगा योजनाओं का लाभ
इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के इस नए फैसले से देश के लगभग 6 करोड़ बच्चों को सीधा फायदा होगा। अब आधार कार्ड को मुफ्त में अपडेट कराया जा सकेगा, जिससे बच्चों को स्कूल में एडमिशन लेने, स्कॉलरशिप पाने और सरकारी योजनाओं का पैसा (DBT) सीधे बैंक खाते में लेने में कोई दिक्कत नहीं आएगी। अक्सर आधार अपडेट न होने की वजह से बच्चे इन सुविधाओं से वंचित रह जाते थे, लेकिन अब यह फ्री सेवा उनकी राह आसान बनाएगी।
बाल आधार कार्ड के लिए बायोमैट्रिक अपडेट है ज़रूरी
जब बच्चा 5 साल का हो जाता है, तो उसके आधार कार्ड में नया फोटो, उंगलियों के निशान (फिंगरप्रिंट) और आँखों की पुतलियों (आईरिस) को अपडेट कराना बहुत ज़रूरी होता है। इसे ‘पहला बायोमैट्रिक अपडेट’ कहा जाता है। यदि समय पर यह अपडेट नहीं कराया गया, तो बच्चे का ‘ब्लू आधार’ या ‘बाल आधार’ अमान्य हो सकता है। इसलिए आधार की सुविधाओं का लाभ उठाते रहने के लिए इस प्रक्रिया को पूरा करना अनिवार्य है।
UIDAI के नए नियमों के अनुसार
UIDAI के नए नियमों के मुताबिक, 15 साल की उम्र तक बच्चों के उंगलियों के निशान (फिंगरप्रिंट) और आँखों की पुतलियाँ पूरी तरह विकसित हो जाती हैं। इसलिए, सुरक्षा के लिहाज़ से 15 से 17 साल की उम्र के बीच बच्चों का बायोमेट्रिक और फोटो अपडेट करवाना अनिवार्य है। सबसे अच्छी बात यह है कि वर्तमान में यह सुविधा बिल्कुल मुफ्त है, जिससे भविष्य में आधार से जुड़ी किसी भी सेवा में रुकावट नहीं आएगी।
बच्चों का आधार बायोमैट्रिक अपडेट कैसे कराएं
बच्चों का बायोमैट्रिक अपडेट कराने के लिए आपको अपने पास के आधार केंद्र जाना होगा। यहाँ आपको बच्चे का आधार नंबर और माता-पिता में से किसी एक का आधार कार्ड पहचान के तौर पर देना होगा। अपडेट की प्रक्रिया पूरी होने के बाद, आधार के रिकॉर्ड में नई जानकारी दिखने में लगभग दो से पाँच दिनों का समय लगता है। यह प्रक्रिया बच्चों के आधार कार्ड को सक्रिय और सही रखने के लिए ज़रूरी है।









