
आधार कार्ड हर भारतीय नागरिक के लिए एक बहुत जरूरी दस्तावेज़ है, जो 12 अंकों की एक खास पहचान संख्या देता है। यह पहचान और पते के प्रमाण के रूप में काम करता है, और इसके बिना कई सरकारी योजनाओं या छात्रवृत्तियों का लाभ नहीं मिल सकता। बैंकिंग सहित बाकी वित्तीय सेवाओं के लिए भी इसकी जरूरत पड़ती है। हाल ही में, आधार जारी करने वाली संस्था UIDAI ने इसके नियमों में कई बदलाव किए हैं, जिनकी जानकारी सभी ग्राहकों को होनी चाहिए।
आधार कार्ड अपडेट कराने के लिए देनी होगी ज्यादा फीस
अगर आप अपना आधार कार्ड अपडेट करवाने जा रहे हैं, तो आपको 1 अक्टूबर से लागू हुई नई फीस की जानकारी होनी चाहिए। अब आधार में नाम, पता, जन्मतिथि, ईमेल या मोबाइल नंबर बदलवाने के लिए आपको 50 रुपये की जगह 75 रुपये देने होंगे। वहीं, बायोमेट्रिक अपडेट (जैसे फिंगरप्रिंट, फोटो या आँख की पुतली) की फीस 100 रुपये से बढ़ाकर 125 रुपये कर दी गई है। यानी अब इन चीजों को अपडेट करवाने के लिए आपको पहले से ज़्यादा शुल्क चुकाना होगा।
सरकार ने बच्चों को दी बड़ी रहत
सरकार ने बच्चों को आधार अपडेट कराने में बड़ी राहत दी है। अब 30 सितंबर 2026 तक 7 से 15 साल की उम्र के बच्चों के लिए आधार में बायोमैट्रिक अपडेट कराना पूरी तरह मुफ्त रहेगा। इसके अलावा, 5 से 7 साल और 15 से 17 साल की उम्र के बच्चों को भी एक बार बायोमैट्रिक अपडेट निशुल्क कराने की सुविधा मिलेगी।
वहीं 26 जून 2026 तक आप अपने डॉक्यूमेंट्स ऑनलाइन फ्री में अपडेट कर सकते हैं, लेकिन आधार केंद्र पर इसके लिए ₹75 का शुल्क देना होगा। एनरोलमेंट (नए पंजीकरण) सेवा के लिए पहले व्यक्ति को ₹700 और अन्य व्यक्ति के लिए ₹350 फीस देनी होगी।
1 जनवरी 2026 से लागू होंगे नए नियम
आधार से पेमेंट करने की प्रणाली (AePS – आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम) के लिए सख्त नियम 1 जनवरी 2026 से लागू हो जाएंगे, जिससे कई सेवाओं पर असर पड़ेगा। AePS से हो रही धोखाधड़ी को देखते हुए, RBI (भारतीय रिज़र्व बैंक) ने इस सिस्टम से जुड़े सभी ऑपरेटर्स को नई प्रणाली में शामिल होने और जोखिम प्रबंधन को मज़बूत करने का निर्देश दिया है। इसके अलावा, UIDAI और NPCI ने मिलकर एक नया ‘आधार ई-केवाईसी सिस्टम’ भी शुरू किया है। अब बैंक और NBFCs, ग्राहक का पूरा आधार नंबर जाने बिना भी केवल मास्क्ड आईडी का इस्तेमाल करके उनकी पहचान और अन्य बैंकिंग कार्य कर सकते हैं।