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किसानों के लिए राहत! सब्सिडी वाले बीज खरीदने की अंतिम तारीख बढ़ाई गई, तुरंत करें आवेदन

उत्तर प्रदेश सरकार ने रबी सीजन 2025-26 के लिए सब्सिडी पर बीज खरीद की अंतिम तिथि 10 दिसंबर तक बढ़ा दी। गेहूं के 7.58 लाख क्विंटल बीज वितरित हो चुके। बुंदेलखंड में जैविक खेती बढ़ रही, मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने उर्वरक, बाजार व्यवस्था और मृदा परीक्षण पर जोर दिया। किसान जल्दी बीज लें!

By Pinki Negi

उत्उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने रबी सीजन 2025-26 के लिए किसानों को जबरदस्त राहत दी है। पहले सब्सिडी पर बीज खरीदने की आखिरी तारीख 30 नवंबर थी, लेकिन खरीफ की फसल कटाई में देरी को देखते हुए इसे बढ़ाकर 10 दिसंबर कर दिया गया। इससे लाखों किसान समय पर अच्छे बीज लेकर बुवाई कर पाएंगे, और उनकी मेहनत रंग लाएगी.

गेहूं के बीजों का वितरण तेज

कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने खुद बताया कि रबी के लिए कुल 9,74,730 क्विंटल गेहूं के बीज उपलब्ध कराए गए थे, जिनमें से 7,58,603 क्विंटल अब तक किसानों तक पहुंच चुके हैं। मंत्री जी ने अपील की है कि 10 दिसंबर तक अपने नजदीकी केंद्र से बीज ले लो, वरना अनुदान का फायदा हाथ से निकल जाएगा। लाइन में बुवाई करने से पैदावार बढ़ती है और खर्च भी कम आता है, ये बात तो हम सब जानते हैं.

उर्वरक और जैविक खेती पर खास फोकस

बुंदेलखंड में हुई बैठक में मंत्री जी ने उर्वरकों की उपलब्धता चेक की। अच्छी बात ये है कि खाद की कोई कमी नहीं, सब सुचारू रूप से बंट रही है। साथ ही, जैविक उत्पादों को प्रमोट करने और मार्केटिंग पर जोर दिया गया। एक राज्य स्तर का ब्रांड बनाने का प्लान है, ताकि हमारे जैविक सामान देश-विदेश में नाम कमाएं.

बुंदेलखंड में जैविक खेती का कमाल

देखो भाई, बुंदेलखंड में प्राकृतिक और जैविक खेती तेजी से फैल रही है। 1073 क्लस्टर्स में 42,250 हेक्टेयर पर ये हो रही है, और 65,790 किसान सीधे फायदा ले रहे हैं। ये नई कमाई का जरिया बन गई है। हर जिले में जैविक सामान बेचने के लिए स्पेशल जगहें बनेंगी, और e-NAM से जोड़कर बेहतर दाम मिलेंगे। मंत्री जी ने फसलों में केमिकल चेक के लिए मेरठ, वाराणसी जैसे जिलों में लैब टेस्ट के आदेश भी दिए.

विश्व मृदा दिवस और आगे की प्लानिंग

5 दिसंबर को विश्व मृदा दिवस पर बड़ा स्टेट लेवल प्रोग्राम होगा। इसमें मिट्टी टेस्ट रिपोर्ट, चैंपियन फार्मर्स और जैविक क्लस्टर्स वाले किसानों को बुलाया जाएगा। जिला स्तर पर जागरूकता कैंपेन चलेंगे। प्रमुख सचिव रविंद्र कुमार ने झांसी और बांदा के यूनिवर्सिटी से जैविक खेती के इफेक्ट का स्टडी कराने को कहा, ताकि भविष्य की पॉलिसी मजबूत बने.

किसानों की आय दोगुनी करने का सपना

ये सारे कदम किसानों की कमर मजबूत करने के लिए हैं। सब्सिडी बीज, जैविक खेती, मार्केट लिंकेज और मिट्टी हेल्थ – सब मिलाकर टिकाऊ खेती को बूस्ट मिलेगा। सरकार का मकसद साफ है, किसान खुशहाल हो तो देश मजबूत। जल्दी से बीज ले लो और बुवाई शुरू कर दो, मौसम का फायदा उठाओ!

Author
Pinki Negi
GyanOK में पिंकी नेगी बतौर न्यूज एडिटर कार्यरत हैं। पत्रकारिता में उन्हें 7 वर्षों से भी ज़्यादा का अनुभव है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत साल 2018 में NVSHQ से की थी, जहाँ उन्होंने शुरुआत में एजुकेशन डेस्क संभाला। इस दौरान पत्रकारिता के क्षेत्र में नए-नए अनुभव लेने के बाद अमर उजाला में अपनी सेवाएं दी। बाद में, वे नेशनल ब्यूरो से जुड़ गईं और संसद से लेकर राजनीति और डिफेंस जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर रिपोर्टिंग की। पिंकी नेगी ने साल 2024 में GyanOK जॉइन किया और तब से GyanOK टीम का हिस्सा हैं।

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