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RBI Check Bounce Rule: चेक बाउंस पर RBI का नया नियम—अब लापरवाही पर नहीं चलेगी छूट, पूरा नियम जानें

RBI ने चेक बाउंस के मामलों में बैंक अनुशासन लाने के लिए नए सख्त दिशानिर्देश जारी किए हैं। अब खाताधारकों को चेक जारी करने से पहले पर्याप्त बैलेंस सुनिश्चित करना अनिवार्य होगा। लापरवाही या जानबूझकर की गई गलती आपकी वित्तीय साख को गंभीर नुकसान पहुँचा सकती है। जानें यह नया नियम क्या है और आपको अपनी वित्तीय ज़िम्मेदारियाँ कैसे निभानी होंगी।

By Pinki Negi

RBI Check Bounce Rule: चेक बाउंस पर RBI का नया नियम—अब लापरवाही पर नहीं चलेगी छूट, पूरा नियम जानें
RBI Check Bounce Rule

भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने चेक बाउंस के मामलों में पारदर्शिता और वित्तीय अनुशासन लाने के लिए कड़े दिशा-निर्देश जारी किए हैं। यदि आप व्यापार या रोज़मर्रा के लेन-देन में चेक का इस्तेमाल करते हैं, तो अब आपको ज़्यादा सावधान रहने की ज़रूरत है। नए नियमों के तहत, चेक बाउंस होने पर अब केवल आर्थिक जुर्माना ही नहीं लगेगा, बल्कि बैंकिंग स्तर पर गंभीर परिणाम भी भुगतने पड़ सकते हैं। इसलिए, सभी खाताधारकों के लिए इन नए नियमों की जानकारी रखना ज़रूरी है।

बार-बार चेक बाउंस पर RBI का सख्त कदम

भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने साफ कर दिया है कि अब चेक का बार-बार बाउंस होना एक सामान्य गलती नहीं, बल्कि एक वित्तीय लापरवाही मानी जाएगी। इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। यदि किसी खाताधारक के चेक लगातार तीन बार बाउंस होते हैं, तो बैंक उस व्यक्ति को अपनी विशेष निगरानी सूची में डाल देगा। इसका मतलब है कि ग्राहक की सभी बैंकिंग गतिविधियों और हर लेन-देन पर कड़ी नज़र रखी जाएगी, जो खाताधारक के लिए एक बहुत ही गंभीर स्थिति है।

बार-बार चेक बाउंस होने पर खाता फ्रीज

यदि किसी ग्राहक के खाते से बार-बार चेक बाउंस होते हैं, तो बैंक के पास यह अधिकार होगा कि वह उस खाते को पूरी तरह से फ्रीज कर दे। ऐसे खाताधारकों को ‘उच्च जोखिम वाले ग्राहक’ की श्रेणी में डाल दिया जाएगा, जिससे उनकी साख (Credit Score) पर बहुत बुरा असर पड़ेगा।

यह स्थिति किसी भी व्यक्ति या व्यवसायी के लिए अत्यंत नुकसानदायक है, क्योंकि इससे भविष्य में बैंकिंग सुविधाएँ प्राप्त करना मुश्किल हो जाता है, और एक बार खाता फ्रीज होने के बाद उसे दोबारा सामान्य करवाना बहुत कठिन होता है। इसलिए, चेक के लेनदेन में सावधानी बरतना बहुत आवश्यक है।

चेक बाउंस पर RBI की सख़्त कार्रवाई

केंद्रीय बैंक (RBI) ने बैंकिंग व्यवस्था में विश्वसनीयता और जवाबदेही बढ़ाने के लिए नए निर्देश जारी किए हैं। अब बैंकों को यह अधिकार मिल गया है कि वे बार-बार चेक बाउंस करने वाले ग्राहकों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई कर सकें। ऐसे ग्राहकों का खाता ‘संदिग्ध श्रेणी’ में आते ही, बैंक उस खाते से होने वाले सभी लेन-देन रोक सकते हैं। इसके चलते, खाताधारक को दैनिक बैंकिंग कार्यों में परेशानी होगी, और उन्हें नई चेक बुक या नई क्रेडिट सुविधा भी नहीं मिलेगी।

पूरी बैंकिंग प्रणाली की विश्वसनीयता

पिछले कुछ सालों में जानबूझकर और लापरवाही से चेक बाउंस होने की घटनाएँ तेज़ी से बढ़ी हैं, जहाँ लोग खाते में पर्याप्त पैसा न होने पर भी चेक जारी कर देते हैं। इससे लेनदार को भारी नुकसान होता है, और यह न केवल व्यक्तिगत विश्वास तोड़ता है, बल्कि पूरी बैंकिंग प्रणाली की विश्वसनीयता को भी कम करता है। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) का मानना है कि यह प्रवृत्ति आर्थिक अनुशासन को कमज़ोर करती है, इसीलिए अब इस पर सख्त कदम उठाना आवश्यक हो गया है।

RBI के नए नियम

भारतीय कानून में चेक बाउंस एक गंभीर अपराध है। परक्राम्य लिखत अधिनियम की धारा 138 के तहत, जानबूझकर अपर्याप्त धनराशि वाला चेक जारी करने पर दोषी व्यक्ति को चेक की राशि के दोगुने तक जुर्माना या दो साल तक की जेल की सज़ा हो सकती है। अब भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इस कानूनी प्रक्रिया के अलावा, बैंकिंग स्तर पर भी त्वरित कार्रवाई करने के लिए नए नियम बनाए हैं, जिससे चेक बाउंस के मामलों में और सख्ती आएगी।

चेक जारी करने से पहले रहें सावधान

भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के नए दिशा-निर्देश बैंकिंग सिस्टम में अनुशासन लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं। इन नियमों के तहत, हर खाताधारक को अपनी वित्तीय ज़िम्मेदारियों के प्रति ज़्यादा सचेत रहना होगा। अब यह सुनिश्चित करना अनिवार्य है कि चेक जारी करने से पहले आपके खाते में पर्याप्त राशि मौजूद हो। खाते में बैलेंस न होने पर चेक बाउंस होना महंगा साबित हो सकता है और आपकी वित्तीय साख (financial reputation) को नुकसान पहुँचा सकता है। इसलिए, हमेशा बैलेंस चेक करने के बाद ही चेक जारी करें।

Author
Pinki Negi
GyanOK में पिंकी नेगी बतौर न्यूज एडिटर कार्यरत हैं। पत्रकारिता में उन्हें 7 वर्षों से भी ज़्यादा का अनुभव है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत साल 2018 में NVSHQ से की थी, जहाँ उन्होंने शुरुआत में एजुकेशन डेस्क संभाला। इस दौरान पत्रकारिता के क्षेत्र में नए-नए अनुभव लेने के बाद अमर उजाला में अपनी सेवाएं दी। बाद में, वे नेशनल ब्यूरो से जुड़ गईं और संसद से लेकर राजनीति और डिफेंस जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर रिपोर्टिंग की। पिंकी नेगी ने साल 2024 में GyanOK जॉइन किया और तब से GyanOK टीम का हिस्सा हैं।

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