
जैसे-जैसे ठंड बढ़ती है, वैसे-वैसे लोगों की जरूरतें और बाजार दोनों बदल जाते हैं। यह मौसम उन उद्यमियों के लिए खास मौका लेकर आता है जो सीमित निवेश में सीजनल बिजनेस शुरू करना चाहते हैं। सर्दियों का फायदा उठाकर आप कुछ यूनीक आइडियाज को अपनाकर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। आइए जानते हैं इस सीजन के 5 ऐसे आइडिया जो बाजार में तेजी से पॉपुलर हो रहे हैं।
1. फेस्टिव सीजन गिफ्ट बास्केट बिजनेस
सर्दियां त्योहारों का मौसम लेकर आती हैं—क्रिसमस, न्यू ईयर और शादी के सीजन के साथ उपहारों की डिमांड बढ़ जाती है। ऐसे में आप कस्टमाइज्ड गिफ्ट बास्केट तैयार कर बेच सकते हैं। इनमें कुकीज़, ड्राई फ्रूट्स, चॉकलेट, सजावटी मोमबत्तियाँ या हर्बल टी जैसे आइटम जोड़कर आकर्षक पैकिंग में पेश करें। कम लागत में अधिक प्रॉफिट कमाने का यह बढ़िया तरीका है।
2. पोर्टेबल हीटर और हीटिंग इक्विपमेंट रेंटल
सर्दी शुरू होते ही हीटर की डिमांड बढ़ जाती है, खासकर उन शहरों में जहां ज्यादा ठंड पड़ती है। यदि आप छोटे स्तर पर बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, तो पोर्टेबल हीटर, इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट या रूम वार्मर रेंट पर देना एक बढ़िया विकल्प है। यह सर्विस अपार्टमेंट रेजिडेंट्स, ऑफिसेस और इवेंट ऑर्गनाइज़र के बीच तेज़ी से लोकप्रिय हो रही है।
3. हॉट ड्रिंक कैफे या स्टॉल
सर्द मौसम में गर्म पेयों की खुशबू लोगों को अपनी ओर खींचती है। आप अगर किसी व्यस्त इलाके, कॉलेज या ऑफिस एरिया में हैं, तो एक हॉट ड्रिंक स्टॉल या मिनी कैफे शुरू कर सकते हैं। मसाला चाय, अदरक-हल्दी लट्टे, हॉट चॉकलेट या सूप जैसे ड्रिंक्स सीजनल बेस्टसेलर साबित हो सकते हैं। इससे न सिर्फ मुनाफा बल्कि ब्रांड पहचान भी बनती है।
4. विंटर कैंपिंग गियर रेंटल
आजकल ट्रेकिंग और कैंपिंग का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है। ठंड के मौसम में एडवेंचर प्रेमी लोग बर्फ से ढकी पहाड़ियों या राष्ट्रीय उद्यानों की ओर निकलते हैं। ऐसे में आप स्लीपिंग बैग, थर्मल जैकेट, कैंप टेंट और पोर्टेबल हीटर जैसी विंटर कैंपिंग किट रेंट पर देकर कमाई कर सकते हैं। किराये के साथ सुरक्षा डिपॉजिट का मॉडल अपनाकर रिस्क भी घटाया जा सकता है।
5. लोकल हैंडलूम और पश्मीना शॉल स्टोर
गर्म कपड़ों की डिमांड सर्दियां आते ही तेज़ हो जाती है। अगर आप किसी टूरिस्ट लोकेशन या व्यस्त मार्केट में हैं, तो लोकल हैंडलूम आइटम, पश्मीना शॉल, ऊनी मफलर और हस्तनिर्मित स्वेटर बेचने का बिजनेस शुरू कर सकते हैं। आप चाहे तो ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से भी इसकी बिक्री कर सकते हैं। स्थानीय कारीगरों से सीधा संपर्क बनाकर कमीशन बेस्ड मॉडल अपना सकते हैं।








