नई दिल्ली: बॉलीवुड के ‘दबंग’ सलमान खान को लेकर एक ऐसी खबर सामने आई है जिसने भारत और पाकिस्तान के बीच पहले से तनावपूर्ण रिश्तों में और चिंगारी लगा दी है। सऊदी अरब में दिए एक बयान के बाद पाकिस्तान ने सलमान खान को ‘आतंकवादी’ घोषित कर दिया है। शहबाज शरीफ सरकार ने सलमान को पाकिस्तान के एंटी-टेररिज्म एक्ट (Anti-Terrorism Act) के तहत ‘फोर्थ शेड्यूल’ (Fourth Schedule) में डाल दिया है, जो आतंकवाद से जुड़े संदिग्धों की सूची है।

आखिर क्या था सलमान का वह बयान?
यह पूरा विवाद सऊदी अरब के रियाद में आयोजित जॉय फोरम 2025 (Joy Forum 2025) के एक कार्यक्रम से शुरू हुआ। इस कार्यक्रम में शाहरुख खान और आमिर खान भी मौजूद थे। भारतीय सिनेमा की वैश्विक पहुंच पर बात करते हुए सलमान खान ने कहा, “यहाँ (सऊदी अरब में) बहुत से लोग दूसरे देशों से आए हैं। यहाँ बलूचिस्तान के लोग हैं, अफगानिस्तान के लोग हैं, पाकिस्तान के लोग हैं… हर कोई यहाँ मेहनत से काम कर रहा है।”।
सलमान खान का बलूचिस्तान को पाकिस्तान से अलग एक इकाई के रूप में उल्लेख करना ही विवाद की जड़ बन गया। पाकिस्तान ने इसे अपनी संप्रभुता पर हमला और बलूचिस्तान के अलगाववादी आंदोलन को हवा देने की कोशिश के तौर पर देखा।
पाकिस्तान की कड़ी और त्वरित कार्रवाई
इस बयान के कुछ ही दिनों के भीतर पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने एक आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी कर सलमान खान को एंटी-टेररिज्म एक्ट, 1997 की चौथी अनुसूची में शामिल कर लिया।
- क्या है फोर्थ शेड्यूल? इस सूची में उन व्यक्तियों को रखा जाता है जिन पर आतंकवाद या किसी प्रतिबंधित संगठन से जुड़े होने का संदेह होता है। इसमें शामिल व्यक्ति की संपत्तियों और बैंक खातों को फ्रीज किया जा सकता है, और उनके पाकिस्तान में प्रवेश पर प्रतिबंध लग सकता है। यह पाकिस्तान में किसी व्यक्ति के खिलाफ एक गंभीर कानूनी कदम माना जाता है।
बयान पर बंटी दुनिया: कहीं खुशी, कहीं गम
सलमान खान के इस बयान पर दुनिया भर में, खासकर सोशल मीडिया पर, तीखी और विभाजित प्रतिक्रिया देखने को मिली है।
- बलूच नेताओं ने की तारीफ: बलूचिस्तान की आजादी की वकालत करने वाले बलूच नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सलमान के बयान का स्वागत किया है। बलूच नेता मीर यार बलोच ने कहा कि दुनिया भर के 6 करोड़ से ज्यादा बलूच लोगों ने सलमान खान के इस बयान का जश्न मनाया है, क्योंकि यह किसी फिल्म का डायलॉग नहीं, बल्कि सऊदी अरब की धरती से दिया गया एक ईमानदार बयान था।
- सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस: सोशल मीडिया पर यह बहस का बड़ा मुद्दा बन गया है। भारतीय यूजर्स का एक बड़ा वर्ग सलमान की तारीफ कर रहा है, जबकि पाकिस्तानी यूजर्स इसे भारत की राजनीतिक चाल बताकर उनकी कड़ी आलोचना कर रहे हैं । कई लोग यह भी सवाल उठा रहे हैं कि क्या यह सलमान की जुबान फिसलने (slip of the tongue) का मामला था या एक सोचा-समझा राजनीतिक बयान।
अब तक सलमान की चुप्पी
इस पूरे मामले पर अभी तक अभिनेता सलमान खान या उनकी टीम की तरफ से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
यह घटना दिखाती है कि कैसे एक सेलिब्रिटी का बयान, चाहे वह अनजाने में ही क्यों न दिया गया हो, भू-राजनीतिक (geopolitical) तनाव को किस हद तक बढ़ा सकता है, खासकर जब मामला भारत-पाकिस्तान और संवेदनशील बलूचिस्तान जैसे मुद्दों से जुड़ा हो।








