
मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएँ शुरू की है। अब किसान सोयाबीन उगाने वाली भावांतर योजना को लेकर काफी खुश है। इस स्कीम का लाभ प्राप्त करने के लिए किसानों को रजिस्ट्रेशन करना होगा। अब तक पूरे प्रदेश में 61,970 से अधिक किसान इस योजना के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं। इस योजना को ठीक से लागू करने की जिम्मेदारी ज़िला स्तर पर प्रशासनिक अधिकारियों को सौंपी गई है।
किसानों के लिए सोयाबीन का समर्थन मूल्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों की मदद करने के लिए सोयाबीन का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) ₹5328 प्रति क्विंटल तय किया है। राज्य सरकार ने कहा है कि वह किसानों को उनके उत्पाद का सही मूल्य दिलाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। जिस तरह धान और गेहूँ के किसानों को उनकी मेहनत का दाम दिलाया गया है, ठीक उसी तरह सोयाबीन उगाने वाले किसानों को भी पूरा फ़ायदा पहुँचाया जाएगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सभी कलेक्टरों को सख्त निर्देश दिए हैं कि वह किसानों के लिए ऐसी व्यवस्था करें, जिससे सोयाबीन उगाने वाले किसानों को उनकी फ़सल का सही और उचित मूल्य मिल सके। इस योजना का लाभ सीधे किसानों को मिलना चाहिए।

3 से 17 अक्टूबर तक करें रजिस्ट्रेशन
भावांतर योजना के तहत रजिस्ट्रेशन का काम 3 अक्टूबर से 17 अक्टूबर 2025 तक ई-उपार्जन पोर्टल पर चलेगा। किसानों को इस समय सीमा के अंदर रजिस्ट्रेशन करना होगा। इस योजना का फ़ायदा उठाने की अवधि 24 अक्टूबर 2025 से शुरू होकर 15 जनवरी 2026 तक रहेगी। आपके द्वारा रजिस्टर की गई ज़मीन और आपकी जानकारी की जाँच राजस्व विभाग करेगा। भावांतर योजना की राशि सीधे किसान के बैंक खाते में भेजी जाएगी, जिसका खाता नंबर उन्होंने रजिस्ट्रेशन के समय दिया होगा।