
हाल ही में सरकार ने देशभर के पेंशनर्स को राहत देते हुए एक बड़ा फैसला लिया है। अब पेंशनर्स को हर साल लाइफ सर्टिफिकेट जमा करने की जरुरत नहीं है। पहले , बुज़ुर्गों और सेवानिवृत्त कर्मचारियों को हर साल अपने जीवित होने का प्रमाण देना पड़ता था, यदि वह ऐसा नहीं करते हो उनकी पेंशन रोक दी जाती थी। अब सरकार ने इस समस्या को दूर करने के लिए नया नियम शुरू किया है। नए नियम के तहत, अब पेंशनर्स को हर महीने बिना किसी औपचारिकता के सीधे उनकी पेंशन खाते में मिलती रहेगी, जिससे करोडो पेंशनर्स को आर्थिक और मानसिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
Life Certificate जमा करने के लिए कहीं जाने की जरुरत नहीं
देश के करोडो पेंशन धारकों को जीवन प्रमाण पत्र (Life Certificate) जमा करने के लिए लंबी लाइन लगाने की जरुरत नहीं है। कई बुजुर्ग नागरिक अधिक उम्र होने के कारण बैंक नहीं पहुंच पाते है, जिस वजह से उनकी पेंशन रुक जाती थी। अब नई व्यवस्था के तहत यह समस्या पूरी तरह खत्म हो गई है; पेंशनर्स को कहीं जाने की जरूरत नहीं है और उनकी पेंशन समय पर खाते में आ जाएगी। यह फैसला खासकर ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले बुजुर्गों के लिए बहुत फायदेमंद है, जहाँ बैंकिंग सुविधाएँ आसानी से नहीं मिलतीं।
हर महीने बिना रुके मिलेगी पेंशन
सरकार की नई व्यवस्था से करोडो पेंशन धारकों को फायदा मिलेगा। बढ़ती उम्र में एक पेंशन ही है जो लोगो को सहारा देती है, अब उन्हें बिना किसी झंझट के पेंशन का लाभ मिलता रहेगा। सरकार ने टेक्नोलॉजी और डिजिटल माध्यमों का उपयोग करके इस पूरी व्यवस्था को मज़बूत और पारदर्शी बनाया है, जिससे फर्जीवाड़े और गड़बड़ियों पर भी रोक लगेगी।
वरिष्ठ नागरिकों को मिली राहत
जीवन प्रमाण पत्र जमा करने की शर्ते हटने से बुजुर्ग नागरिकों को काफ़ी राहत मिली है। पहले बुजुर्ग नागरिकों को ख़राब स्वास्थ्य, दूर जाने में परेशानी या बैंकिंग सुविधाओं की कमी के वजह से पेंशन मिलने में दिक्कत होती थी। लेकिन अब उन्हें चिंता करने की जरुरत नहीं है।