भारत में नवीकरणीय क्षेत्र में बढ़ोतरी करने के लिए सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड द्वारा अपना अहम योगदान किया जा रहा है। यह देश की एक प्रसिद्ध कंपनी है जो पवन ऊर्जा का निर्माण करती है। कम्पनी के शेयरों ने अपने निवेशकों को काफी बढ़िया रिटर्न दिया है क्योंकि हाल ही के वर्षों में कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन बहुत ही शानदार रहा है। आज इस लेख में हम कंपनी के दीर्घकालिक अनुमान बताएंगे और एक्सपर्ट क्या कहते हैं कि 2025 से 2050 तक इस शेयर की कीमत कितनी होती है।

2025 तक सुजलॉन का संभावित प्रदर्शन
वर्ष 2025 में सुजलॉन एनर्जी के शेयर की कीमत 60 रूपए से 115 रूपए के बीच हो सकती है। कंपनी को लगातार काम मिलता रहता है और उसका मजबूत ऑर्डर बुक है। यानी की यह अपने काम को करने के लिए हमेशा से तैयार है और ऑर्डर आने से इनकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत होती है। कंपनी अपना ऋण भी समय समय पर चुकाती रहती है ओट बहुत जल्द यह ऋण मुक्त होने वाली है। सरकार से भी इसे समर्थन मिल रहा है। कई विशेषज्ञ इसके शेयर को 75 रूपए तक होने का अनुमान करते हैं तो कई का अनुमान है कि यह 100 से 115 रूपए तक पहुंच सकते हैं।
2030 तक सुजलॉन की महत्वकाक्षी योजनाएं
वर्ष 2030 तक सुजलॉन के शेयर का भाव 116 से 585 के बीच पहुंच सकता है। फ़िलहाल कम्पनी की जो रणनीति है वह पूरे तरीके से सरकार की नेट जीरों नीति के साथ जुड़ी हुई है। कंपनी का मुख्य लक्ष्य अभी पवन टरबाइन बनाने और उन्हें स्थापित करना है। अगर सुजलॉन अपनी टेक्नोलॉजी को और भी बेहतर कर पाती है तो भारत के साथ दुनिया भर के बाजारों में अपना विस्तार कर सकती है और ऐसे में वह तेजी से वृद्धि कर पाएगी। अगर इन शर्तों का वह अच्छे से ध्यान रखती है तो इसका शेयर प्राइस 500 से ऊपर पहुंच सकता है।
2035 से 2050 तक भविष्य की संभावनाओं का विस्तार
2035 में सुजलॉन की दीर्घकालिक सफलता
2035 तक उम्मीद है कि कंपनी का शेयर 519 से 1,040 पर पहुंच सकता है। कंपनी जो दीर्घकालिक योजनाएं बना रही है उससे निवेशकों को भविष्य में तगड़ा रिटर्न प्राप्त हो सकता है। अगर कंपनी की उत्पादन क्षमता दुगुनी हो जाती है तो यह लक्ष्य हासिल करना सम्भव हो जाएगा।
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2040, नेट जीरो से होगा फायदा
सुजलॉन का शेयर 2040 तक 214 से 2,107 रूपए की कीमत तक पहुंच सकता है। इन अनुमान में काफी विभिन्ना लगती है लेकिन विशेषज्ञों का अपना अपना मत है। कंपनी को सरकारी सब्सिडी और टैक्स बेनिफिट्स में लाभ प्राप्त हो सकता है। भारत के नेट जीरों लक्ष्य से सुजलॉन को वृद्धि करने में और मदद मिलेगी।
2045 में रिन्यूएबल ऊर्जा की प्रमुखता
विशेषज्ञों का अनुमान है कि 2045 तक शेयर की कीमत 1,620 से 2,160 रूपए तक रह सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस समय में भारत में नवीकरणीय ऊर्जा का अच्छा विस्तार हो जाएगा और सुजलॉन एनर्जी देश की ऊर्जा मांग को पूरी करनी में सहायक बनेगी। अगर R&D और स्मार्ट गर्दी तकनीकों को अपनाया जाए तो यह मुश्किल नहीं है।
2050 तक सुजलॉन का भविष्य
कंपनी के शेयर प्रदर्शन 2050 तक काफी शानदार हो सकता है। कुछ विशेषज्ञ का कहना है कि उच्चतम संभावित शेयर प्राइस 2,250 से 30,107 रूपए तक होने की उम्मीद है। 30 हजार से अधिक शेयर प्राइस बहुत ज्यादा लगता है लेकिन अगर कंपनी अंतराष्ट्रीय IPO और वैश्विक विस्तार करती है तो यह लक्ष्य हासिल करना आसान हो सकता है।