
एशिया कप के फाइनल मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर रिकॉर्ड नौवीं बार खिताब जीत लिया। 41 साल के बाद दोनों टीम आमने -सामने पहली बार एशिया कप मैच खेल रहे थे। इस मैच के जीत के हीरो रहे तिलक वर्मा, जिन्होंने शुरुआत में अभिषेक (5), गिल (12) और सूर्यकुमार यादव (1) के जल्दी आउट होने के बाद शानदार वापसी की।
उन्होंने पहले संजू सैमसन (24) और फिर शिवम दुबे (33) के साथ मिलकर महत्वपूर्ण साझेदारियां कीं। तिलक ने 69 रन की बेहतरीन नाबाद पारी खेलकर भारत को जीत दिलाई। पाकिस्तान की तरफ से फहीम अशरफ ने 3 विकेट लिए, लेकिन वह टीम को जीत नहीं दिला पाए।
पाकिस्तान की हार का मुख्य कारण
पाकिस्तान की हार का एक बड़ा कारण हारिस रऊफ का ख़राब प्रदर्शन रहा। जिन्होंने 3.4 ओवर में बिना कोई विकेट लिए 50 रन बनाएं। जब भी पाकिस्तान मजबूत स्थिति में दिखा, रऊफ के महंगे ओवरों ने भारत पर से दबाव हटा दिया। खासकर 15वें ओवर में 17 रन और 18वें ओवर में 13 रन देना निर्णायक साबित हुआ। इससे पहले, पाकिस्तान की शुरुआत ठीक रही थी। हालाँकि भारतीय गेंदबाजों ने पावरप्ले में उन्हें बांधे रखा, फिर भी साहिबजादा फरहान ने 35 गेंदों में अर्धशतक बनाया और फखर ज़मान के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 84 रन की साझेदारी की थी।
भारत ने एशिया कप फाइनल ट्रॉफी नहीं ली
भारत की शानदार जीत के बाद भारतीय टीम ने एशिया कप की ट्रॉफी लेने से साफ इनकार कर दिया। जिसकी वजह है कि यह ट्रॉफी पाकिस्तान सरकार के मंत्री और पीसीबी प्रमुख मोहसिन नकवी के हाथों से मिलने वाली थी। ऑपरेशन सिंदूर को दिखते हुए यह फैसला लिया गया। ट्रॉफी को लेकर लगभग सवा घंटे तक विवाद चलता रहा। आखिरी में भारतीय टीम की बात मानी गई .