
गांव में रहते हुए सबको लगता है कि मैं तो गांव का विकास कर सकता हूं। अगर आप उत्तर प्रदेश के किसी गांव से हैं और ग्राम प्रधान बनने का मन बना चुके हैं, तो सही जगह आए हैं। ग्राम प्रधान का पद गांव की सारी योजनाओं का इंचार्ज होता है सड़क, पानी, बिजली सब आपके हाथ में। लेकिन पहले ये जान लीजिए कि इसके लिए क्या-क्या शर्तें पूरी करनी पड़ेंगी। चलिए स्टेप बाय स्टेप समझते हैं।
उम्र और बेसिक क्वालिफिकेशन क्या चाहिए?
सबसे पहले तो आपकी उम्र कम से कम 21 साल होनी चाहिए। नामांकन भरते वक्त ये पूरी हो जानी चाहिए। हां, आप भारत के नागरिक होने चाहिए और खासतौर पर उसी गांव पंचायत की वोटर लिस्ट में आपका नाम दर्ज होना जरूरी है। मानसिक और शारीरिक तौर पर फिट रहना भी शर्त है। अगर कोई बड़ा क्रिमिनल केस या कोर्ट में दर्ज मामला है, तो मुश्किल हो सकती है। बैंक या कोऑपरेटिव का लोन डिफॉल्टर न हों, ये भी चेक होता है। कुछ जगहों पर घर में शौचालय होना अनिवार्य माना जाता है।
चुनाव लड़ने के लिए जरूरी कागजात इकट्ठा करें
नामांकन भरने जाते वक्त बिना दस्तावेजों के न जाएं। आधार कार्ड, वोटर आईडी या पैन से आईडी प्रूफ दें। घर का एड्रेस प्रूफ भी साथ रखें। पढ़ाई का कोई सख्त क्राइटेरिया नहीं, लेकिन जो सर्टिफिकेट हैं उनकी कॉपी लगानी पड़ती है। अगर SC, ST, OBC या महिला हैं, तो जाति प्रमाण पत्र जरूर ले जाएं। सबसे महत्वपूर्ण है शपथ पत्र—जिसमें आपकी प्रॉपर्टी, क्रिमिनल रिकॉर्ड और पढ़ाई की डिटेल्स नोटरी से साइन करानी पड़ती है। नामांकन फॉर्म ब्लॉक या जिला ऑफिस से लें और जमानत राशि की रसीद भी जमा करें।
आरक्षण का फायदा कैसे मिलेगा?
यूपी में ग्राम प्रधान की सीटें पॉपुलेशन के हिसाब से रोटेट होती रहती हैं। कुल में से एक तिहाई महिलाओं के लिए, SC-ST-OBC के लिए उनकी आबादी के मुताबिक रिजर्वेशन मिलता है। ये चक्रानुक्रम से चलता है, तो अपने गांव की लिस्ट चेक करें। इससे कई लोगों को आसानी से मौका मिल जाता है।
नामांकन प्रक्रिया आसान लेकिन सतर्क रहें
चुनाव की तारीखें आने पर ब्लॉक हेडक्वार्टर पर नामांकन भरें। फॉर्म सही भरा हो, प्रपोजर-सप्रूवर साथ हों। जमानत राशि जनरल के लिए ज्यादा, रिजर्व्ड के लिए कम होती है। नामांकन स्क्रूटनी के बाद वैलिडेशन होता है। यूपी में 2026 में अप्रैल-जुलाई तक पंचायत चुनाव होने की तैयारी है, तो आधिकारिक वेबसाइट sec.up.nic.in चेक करते रहें। खर्च की लिमिट ग्राम प्रधान के लिए 1.25 लाख तक है।
ग्राम प्रधान बनकर क्या जिम्मेदारियां?
प्रधान बनने के बाद गांव की MNREGA, स्वच्छ भारत जैसी स्कीम्स चलानी पड़ेंगी। ग्राम सभा बुलानी, बजट पास कराना—सब आपके कंधों पर। लेकिन फायदा ये कि गांव का चेहरा बदल सकते हैं। कई प्रधान बनकर लीडर बने हैं।









