
उत्तर प्रदेश के राशन कार्ड धारकों के लिए राहत भरी खबर है। अब राशन कार्ड से जुड़ा कोई भी काम—जैसे नाम जोड़ना, नाम हटाना, कार्ड का विभाजन, हस्तांतरण या मृतक सदस्य का नाम हटाना करने के लिए विभागीय कार्यालयों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। नई व्यवस्था के तहत अब ये सभी कार्य आधार लिंक मोबाइल नंबर और OTP वेरिफिकेशन के जरिए घर बैठे किए जा सकेंगे।
आधार ओटीपी से होगा लॉगिन और आवेदन
खाद्य एवं रसद विभाग की आयुक्त अनामिका सिंह ने जिलों के पूर्ति अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से डिजिटल की जाए। अब आवेदक अपने राशन कार्ड से जुड़े मोबाइल नंबर से लॉगिन कर Aadhaar-based OTP verification के माध्यम से आवेदन कर सकेंगे। जैसे ही आवेदन सबमिट होगा, वह सीधा संबंधित अधिकारी के डैशबोर्ड पर पहुंच जाएगा।
अधिकारी को 15 दिनों में निस्तारण की होगी जिम्मेदारी
नई व्यवस्था के तहत आवेदन आने के बाद संबंधित अधिकारी को 15 दिनों के भीतर निस्तारण करना अनिवार्य होगा। अगर यह तय समय सीमा में नहीं होता है, तो अधिकारी पर कार्रवाई का भी प्रावधान किया गया है। यह व्यवस्था पारदर्शिता लाने और जनता की असुविधा कम करने के उद्देश्य से लागू की गई है।
पहले कैसे करनी पड़ती थी मशक्कत
पहले राशन कार्ड से जुड़े कार्यों के लिए लोगों को जिला पूर्ति कार्यालय या क्षेत्रीय आपूर्ति कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ता था। नाम जोड़ने, कटवाने या कार्ड ट्रांसफर जैसी प्रक्रियाओं में हफ्तों लग जाते थे। गरीब और जरूरतमंद परिवारों को समय व धन दोनों की हानि होती थी।
मौजूदा समय में लोग सहज जन सेवा केंद्र (Jan Seva Kendra) के माध्यम से आवेदन करते थे, फिर उनके दस्तावेज अलग-अलग दफ्तरों में जमा करने पड़ते थे, ग्रामीण क्षेत्रों में खंड विकास कार्यालय और शहरी क्षेत्रों में नगरपालिका में। इस बहु-चरणीय प्रक्रिया में देरी और असुविधा आम थी।
अब प्रक्रिया होगी पूरी तरह सरल और पारदर्शी
नई ऑनलाइन प्रणाली लागू होने से अब ये सभी बीच के चरण खत्म हो जाएंगे। लोग सीधे खुद आवेदन कर पाएंगे, जिससे समय की बचत और प्रक्रिया की पारदर्शिता बढ़ेगी। इससे विभागीय सिस्टम पर भी दबाव कम होगा और आम नागरिकों की परेशानी दूर होगी।
जिले का हाल: कितने लाभार्थी, कितने कोटेदार
नई व्यवस्था से सबसे ज्यादा फायदा उन जिलों को होगा जहां बड़ी संख्या में राशन कार्ड धारक हैं। उदाहरण के तौर पर, एक जिले की स्थिति इस प्रकार है:
- कुल राशन कार्ड धारक: 3,32,169
- कुल परिवार: 13,22,220
- कुल कोटेदार: 874
- अंत्योदय कार्ड धारक: 53,050
- पात्र गृहस्थी कार्ड धारक: 2,79,119
इन आंकड़ों से साफ है कि लाखों परिवारों का समय और मेहनत अब बचेगी।
जनता को मिलेगी बड़ी राहत
इस नई ऑनलाइन व्यवस्था से न केवल विभाग का कामकाज आसान होगा, बल्कि आम जनता को भी बड़ी राहत मिलेगी। अब राशन कार्ड संबंधी कार्यों के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं—बस मोबाइल पर कुछ क्लिक और सब कुछ घर बैठे हो जाएगा। यह कदम डिजिटल इंडिया की दिशा में एक और मजबूत कदम माना जा रहा है, जो ई-गवर्नेंस को जनता के दरवाजे तक पहुंचा रहा है।









