अगर आप मध्य प्रदेश के सागर जिले से पीएम किसान योजना का लाभ उठा रहें हैं तो आपके लिए बड़ी खबर है। हाल ही में नगर निगम प्रशासन ने 182 लाभ लेने वाले व्यक्तियों को पकड़ा है जिनगोने घर निर्माण के लिए सरकार से 2.50 लाख रूपए प्राप्त किए लेकिन फिर घर का निर्माण नहीं कराया। राशि लेने वाले इन सभी लोगों को नोटिस जारी किया गया है, और ब्याज सहित ये राशि इनसे वापस वसूली जाएगी। सरकार ऐसे लोगों पर सख्त कार्यवाई कर रही है।

पूरा मामला क्या है?
नगर निगम सागर में पीएम आवास योजना के मिलने वाली राशि के इस्तेमाल की जाँच पड़ताल की जा रही है। यह सर्वे शहर के 48 वार्डो में किया गया था। वार्डवार सर्वे में हैरान होने वाली बात सामने आई कि 182 लाभार्थी ऐसे हैं जिन्होंने सरकार द्वारा मिल रही 2.50 लाख की तीनों क़िस्त प्राप्त कर ली है लेकिन घर का कुछ नामों निशान नहीं है, यानी मकान का निर्माण तो कराया ही गया नहीं है।
सागर शहर में आवास निर्माण के लिए 300 करोड़ रूपए की राशि भेजी गई थी, और यहाँ पर 12,635 लाभार्थियों को पात्र माना गया था। लेकिन बाद में जब जाँच हुई तो कई लोगों ने इस पैसे का इस्तेमाल सही काम के लिए नहीं किया है।
नगर निगम ने सख्त चेतावनी
नगर निगम ने लाभार्थियों को सख्त चेतवानी देते हुए कहा है कि अब ऐसे लोगों को नहीं बक्शा जाएगा। निगमायुक्त राजकुमार खत्री ने साफ साफ कहा है कि निगम इस मामले में आपको माफ़ नहीं करेगा। फर्जी रूप से इस्तेमाल किये गई राशि के 182 लाभार्थियों को नोटिस भेजा गया है। इस नोटिस में घर का निर्माण शुरू करने के लिए कहा गया है। इसके बाद भी अगर घर का निर्माण नहीं होता है तो नगर निगम उनसे 2.50 लाख रूपए की पूरी राशि ब्याज सहित लेगा।
यह फैसला सरकारी योजनाओं का उचित लाभ और मिली राशि का उपयोग सही तरीके से हो, इसलिए लिया गया है। आगे से कोई भी लाभार्थी ऐसे करने से पहले दस बार सोचेगा।