
झारखंड राज्य में 9 साल के बाद शिक्षक पात्रता परीक्षा (JETET) होने जा रही है। इस परीक्षा में बैठने के लिए उम्मीदवारों को उम्र सीमा में छूट दी गई है। यह छूट एक बार के लिए होगी और आठ साल तक की हो सकती है। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा नियमावली में यह नियम शामिल किया है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भेजा गया प्रस्ताव
नए नियम के प्रस्ताव को विभागीय मंत्री मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पास मंजूरी के लिए भेजा गया है। इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद इसे कैबिनेट की अगली बैठक में पेश किया जायेगा। कैबिनेट से हरी झंडी मिलने के बाद ही इस परीक्षा का आयोजन हो पाएगा। इस परीक्षा में शामिल होने के लिए उम्मीदवारों की न्यूनतम उम्र 21 साल होनी चाहिए। जबकि आवेदक की अधिकतम उम्र सीमा वही रहेगी जो कार्मिक विभाग ने अन्य प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए तय की है।
अधिकतम आयु सीमा में मिलेगी छूट
नए नियमों के अनुसार, सभी उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा में छूट मिलेगी। यह छूट पिछली पात्रता परीक्षा और इस नई परीक्षा के बीच के समय में से एक साल कम होगी। इसका मतलब है कि अगर यह परीक्षा इस साल होती है, तो उम्मीदवारों को आठ साल की छूट मिलेगी। लेकिन, अगर यह परीक्षा अगले साल होती है, तो उन्हें नौ साल की छूट दी जाएगी।
झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा के योग्यता
पारा शिक्षकों को उनकी आयु सीमा में उनके अनुबंध की अवधि जितनी छूट मिलेगी, लेकिन उनकी अधिकतम आयु 58 वर्ष से ज़्यादा नहीं हो सकती। इसके अलावा, झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा (JTET) पास करने वाले उम्मीदवारों के प्रमाण पत्र की वैधता अब आजीवन रहेगी, जो कि पहले से भी लागू है। इस नई नियमावली में, परीक्षा का तरीका (पैटर्न) राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद् (NCTE) के मानकों के अनुसार तय किया गया है।
परीक्षा के नियमों में बदलाव किया गया है। पहले 2019 की नियमावली में परीक्षा का स्तर काफी कठिन था। जनजातीय और क्षेत्रीय भाषाओं में कोई बदलाव नहीं हुआ है। अब नए नियमों के अनुसार, उम्मीदवारों के लिए सभी विषयों में पास होना जरूरी नहीं होगा।