
VVIP Darshan Notice: आजकल मुंबई के प्रसिद्ध गणेशोत्सव, लालबागचा राजा में वीपीआई दर्शन को लेकर काफी चर्चा की जा रही है। बता दें वीआईपी दर्शन को लेकर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है जिसके लिए मानवधिकार आयोग ने महाराष्ट्र सरकार और लालबाग़ राजा मंडल को नोटिस जारी किया है जिसमें लिखा गया है कि भक्तों के अधिकारों का हनन हो रहा है। बता दें गणेशोत्सव पर वीआईपी लोगों के लिए अलग से लाइन बनाई गई थी जिससे आम भक्त लोगों के अधिकार का उल्लंघन होता है और यह एक गंभीर मामला है।
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आखिर क्यों हो रहा है विरोध?
हाल ही में मुंबई में गणेशोत्सव त्यौहार मनाया गया, लेकिन इस सार्वजनिक त्यौहार में लोगों को बराबर दर्शन करने का मौका नहीं मिला, यह शिकायत आशीष राय और पंकज मिश्रा ने मनवाधिकारी आयोग में दर्ज की है पेशे से ये दोनों वकील हैं।
शिकायत में इन्होने भेदभाव करने का आरोप लगाया है इनका कहना है कि जहाँ वीआईपी अलग लाइन में आसानी से दर्शन कर पा रहे थे वही आम भक्तों की लाइन अलग थी और उन्हें दर्शन करने में घंटों तक का इन्तजार करना पड़ा।
इसके साथ ही सुरक्षा पर भी बात उठाई जा रही है कि बहुत ही कम जगह से आम लोग दर्शन करने के लिए जा रहे थे ऐसे में यदि वहां पर भगदड़ मचती तो बड़ी घटना हो सकती थी। इसके अलावा कई महिलाओं और विकलांग भक्तों ने बताया कि उन्हें साथ बुरा व्यवहार किया गया।
मानवाधिकार आयोग ने नोटिस भेजा
इस मामले के बाद जब शिकायत हुई तो मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष अनंत बदर ने कई लोगों के खिलाफ नोटिस जारी किया है। बता दें यह नोटिस महाराष्ट्र के मुख्य सचिव, गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव, मुंबई पुलिस आयुक्त, मुंबई मनपा आयुक्त, लालबाग राजा मंडल के अध्यक्ष और सचिव को भेजा गया है।
आयोग का कहना है कि जिन्हे भी नोटिस जारी हुआ है उन्हें छह हफ़्तों के भीतर अपना जवाब देना है। अब 7 अक्टूबर को मामले की अगली सुनवाई की जाएगी। यह कार्यवाई इसलिए की जा रही है कि आगे से किसी भी धार्मिक स्थल पर ऐसी घटना न घटे और सबको सम्मान रूप से दर्शन करने का मौका मिले।
