
यदि आप रोहतास जिले में ज़मीन खरीदने या बेचने की योजना बना रहे हैं, तो जल्दबाजी करना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। राज्य सरकार जल्द ही ज़मीन रजिस्ट्री के सर्किल रेट में एक बड़ा बदलाव करने वाली है। यह बदलाव लागू होने के बाद, ज़मीन की रजिस्ट्री का कुल खर्च ढाई से तीन गुना तक बढ़ सकता है। इसलिए अगर आप इस बढ़े हुए खर्च से बचना चाहते हैं, तो बचे हुए समय में अपनी रजिस्ट्री का काम पूरा करा लेना बुद्धिमानी होगी।
जमीन का सर्किल रेट बढ़ेगा, रजिस्ट्री शुल्क में होगी बढ़ोतरी
मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग ने जिले के सभी अवर निबंधकों को मार्केट वैल्यू रेट (MVR) की व्यापक समीक्षा करने का आदेश दिया है। नए दरों को जल्द लागू करने के लिए जिला मूल्यांकन समिति की बैठक बुलाई जा रही है। डेहरी के एक पदाधिकारी, योगेश त्रिपाठी ने बताया कि कई क्षेत्रों में जमीन का सर्किल रेट अभी भी बाजार मूल्य से काफी कम है, जिससे रजिस्ट्री पर स्टांप ड्यूटी और फीस कम लगती है। नया MVR लागू होने के बाद, रजिस्ट्री शुल्क में 30% से 100% तक की भारी बढ़ोतरी हो सकती है।
ज़मीन के नए मूल्यांकन से बढ़ेगी कीमतें
डेहरी अनुमंडल सहित कई इलाकों में अब ज़मीन की कीमतों में बड़ा अंतर देखने को मिल रहा है, जिससे पुरानी दरों पर भी खरीद-बिक्री के कारण लोगों पर आर्थिक दबाव बढ़ रहा है। अब ज़मीन का मूल्य तय करने के लिए शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में अलग-अलग मूल्यांकन होगा। विभाग के निर्देशानुसार, सड़क, बाज़ार और विकास कार्यों को आधार मानकर कीमत तय की जाएगी। इसके लिए एक अंचलवार कमेटी बनाई जाएगी, जो सर्वे करके अपनी रिपोर्ट जिला मूल्यांकन समिति को भेजेगी, जहाँ मूल्य का अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
MVN बढ़ने से पहले पुरानी दरों पर करा लें रजिस्ट्री
विशेषज्ञों का कहना है कि नया मूल्यांकन दर (MVN) बाज़ार की वास्तविक कीमतों पर आधारित होगा, जिससे रजिस्ट्री शुल्क बढ़ जाएगा। उदाहरण के लिए, रोहतास जिले में ग्रामीण इलाकों का मूल्यांकन 2014 से और शहरी इलाकों का 2016 से अपडेट नहीं हुआ है, जबकि ज़मीन की कीमतें बहुत बढ़ गई हैं। इस कारण सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा है। इसलिए, ज़मीन खरीदने-बेचने वाले लोगों को सलाह दी जा रही है कि वे बढ़े हुए शुल्क से बचने के लिए नए MVN लागू होने से पहले अपनी लंबित रजिस्ट्री प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी कर लें।









