
पोस्ट ऑफिस की सीनियर सिटीज़न सेविंग स्कीम (SCSS) वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक विशेष और भरोसेमंद निवेश योजना है, जो रिटायरमेंट के बाद नियमित रूप से मासिक या तिमाही आय पाने का मौका देती है। अगर आप हर महीने ₹20,000 तक की आय चाहते हैं, तो इस योजना में लगभग ₹30 लाख का निवेश करना होगा। SCSS योजना सरकारी समर्थन प्राप्त है, जो इसे पूरी तरह सुरक्षित बनाती है।
SCSS योजना क्या है?
यह योजना 60 वर्ष और उससे ऊपर की आयु वाले भारतीय नागरिकों के लिए है। इसमें न्यूनतम जमा ₹1,000 से शुरू होकर अधिकतम ₹30 लाख तक किया जा सकता है। इसका मुख्य उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों को रिटायरमेंट के बाद नियमित और सुरक्षित आमदनी देना है।
ब्याज दर और निवेश अवधि
वर्तमान वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए SCSS पर ब्याज दर 8.2% वार्षिक है। यह ब्याज हर तिमाही (3 महीने में एक बार) उनके खाते में जमा होता है, जिससे निवेशकों को निरंतर आय मिलती रहती है। योजना की अवधि 5 वर्ष होती है, जिसे आवश्यकता अनुसार 3 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है।
मासिक आय कैसे मिलेगी?
₹30 लाख के निवेश पर लगभग ₹2.46 लाख सालाना ब्याज मिलेगा, जो प्रति महीने करीब ₹20,000 के बराबर होता है। यह आय तिमाही ब्याज भुगतान से प्राप्त होती है, जो निवेशक के नियमित खर्चों के लिए स्थिर आमदनी प्रदान करती है।
टैक्स लाभ और निकासी नियम
SCSS में निवेश की गई राशि पर आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत ₹1.5 लाख तक की कर छूट प्राप्त होती है। हालांकि, ब्याज आय कर योग्य होती है। योजना के अंदर एक साल से पहले निकासी करने पर ब्याज नहीं मिलता, जबकि 1 से 2 साल के बीच निकासी करने पर 1.5% और 2 से 5 साल के बीच निकासी पर 1% पेनल्टी लगती है।
विशेषताएं और लाभ
- सुरक्षित निवेश: प्रधानमंत्री द्वारा गारंटीड।
- ज्वॉइंट खाता: पति-पत्नी मिलकर भी निवेश कर सकते हैं, जिससे निवेश सीमा और ब्याज दोगुना हो सकता है।
- नियमित आय: तिमाही ब्याज भुगतान से आर्थिक स्थिरता।
- लंबी अवधि का विकल्प: 5 साल की अवधि के बाद 3 साल तक विस्तार।
- आवश्यकता अनुसार समय से पहले निकासी की सुविधा।
निवेश प्रक्रिया
नजदीकी पोस्ट ऑफिस में जाकर आवश्यक दस्तावेज़ जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, आयु प्रमाण पत्र आदि के साथ आवेदन किया जा सकता है। ऑनलाइन आवेदन विकल्प भी उपलब्ध है। जमा राशि जमा करके आपको एक पासबुक या रसीद दी जाती है, जिसमें आपके निवेश और ब्याज की जानकारी होती है।