
पोस्ट ऑफिस PPF योजना भारत सरकार द्वारा समर्थित एक बचत और निवेश योजना है, जो लोगों को नियमित रूप से पैसे जमा कर लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न देने के लिए बनाई गई है। यह योजना 15 साल के लॉक-इन पीरियड के साथ आती है, जिसे बाद में 5-5 साल के ब्लॉक्स में बढ़ाया जा सकता है। PPF में निवेश की खास बात यह है कि इसमें निवेश, प्राप्त ब्याज और परिपक्वता राशि सभी टैक्स-फ्री होती हैं, जिससे यह योजना निवेशकों के लिए आकर्षक बन जाती है।
90,000 रुपये जमा करने पर क्या मिलेगा लाभ?
यदि आप पोस्ट ऑफिस PPF खाता खोलकर हर साल कुल 90,000 रुपये नियमित रूप से जमा करते हैं, तो आपकी राशि सुरक्षित रहने के साथ-साथ इसमें ब्याज भी मिलता है। मौजूदा वित्तीय वर्ष में PPF पर ब्याज दर लगभग 7.1% प्रति वर्ष है, जो कि त्रैमासिक कंपाउंडिंग के आधार पर लागू होती है। 15 वर्षों में 90,000 रुपये की कुल जमा राशि पर ब्याज समेत आपकी जमा राशि लगभग 24,40,926 रुपये तक पहुंच सकती है।
ब्याज और परिपक्वता राशि की गणना कैसे होती है?
PPF पर मिलने वाले रिटर्न की गणना एक विशेष सूत्र द्वारा की जाती है:M=P×(1+i)n−1iM = P \times \frac{(1 + i)^n – 1}{i}M=P×i(1+i)n−1
जहां,
- MMM = परिपक्वता राशि
- PPP = वार्षिक जमा राशि
- iii = वार्षिक ब्याज दर (दशमलव में, जैसे 7.1% = 0.071)
- nnn = अवधि के वर्ष
इस तरीके से, हर वर्ष जमा राशि पर ब्याज जोड़ते हुए कुल रकम का आकलन किया जाता है, जो 15 साल बाद बड़ी रकम बन जाती है।
PPF योजना के फायदे
- टैक्स में छूट: PPF में निवेश पर टैक्स छूट मिलती है (धारा 80C के अंतर्गत ₹1.5 लाख तक), ब्याज पर कोई टैक्स नहीं लगता और maturity amount भी टैक्स-फ्री होता है।
- धन की सुरक्षा: इस स्कीम में निवेश सरकारी बैकिंग के तहत सुरक्षित रहता है।
- लंबी अवधि के लिए लाभकारी निवेश: 15 वर्ष के निवेश में अच्छा रिटर्न मिलता है जो बच्चों की पढ़ाई, रिटायरमेंट या अन्य बड़े लक्ष्य के लिए उपयोगी होता है।
- आसान निकासी विकल्प: लॉक-इन पीरियड के बाद आंशिक निकासी की अनुमति होती है, जो आकस्मिक जरूरतों को पूरा करता है।








