
भारत में बचत और निवेश के लिए पोस्ट ऑफिस की PPF (पब्लिक प्रोविडेंट फंड) योजना एक सुरक्षित और लाभकारी विकल्प है। इस स्कीम के जरिए आप.tax-free returns प्राप्त कर सकते हैं और साथ ही कर में भी छूट का फायदा उठा सकते हैं। आइए जानते हैं कि अगर आप ₹70,000 सालाना जमा करते हैं, तो आपको कितना और कब तक निवेश करना होगा जिससे maturity पर ₹8,48,498 का लाभ मिल सके।
PPF स्कीम की मुख्य विशेषताएँ
- PPF की न्यूनतम लॉक-in अवधि 15 वर्ष होती है।
- वर्तमान (FY 2025-26) ब्याज दर 7.1% प्रति वर्ष है, जो सरकार त्रैमासिक आधार पर तय करती है।
- सालाना जमा की सीमा ₹500 से लेकर ₹1.5 लाख तक होती है।
- यह निवेश योजना ईईई (Exempt-Exempt-Exempt) टैक्स कैटेगरी में आती है, मतलब जमा, ब्याज और मैच्योरिटी राशि पर कोई टैक्स नहीं लगेगा।
₹70,000 सालाना जमा पर रिटर्न की गणना
अगर आप हर साल ₹70,000 पोस्ट ऑफिस PPF खाते में जमा करते हैं, और ब्याज दर 7.1% बनी रहती है, तो 15 साल के अंत में आपकी जमा राशि और उससे प्राप्त ब्याज मिलाकर कुल ₹8,48,498 के करीब हो सकती है।
यह गणना कंपाउंड ब्याज के आधार पर की जाती है जिसमें सालाना जमा राशि पर ब्याज भी जोड़ता जाता है।
निवेश राशि और अवधि का विवरण
| वर्ष | कुल जमा राशि (₹) | ब्याज दर (वार्षिक) | अनुमानित मैच्योरिटी राशि (₹) |
|---|---|---|---|
| 15 | 10,50,000 | 7.1% | लगभग ₹8,48,498 |
यहां ध्यान रखें कि PPF में नियमित निवेश बेहद जरूरी है और निवेश की अवधि भी पूरी करनी होती है। 15 साल का लॉक-इन पीरियड पूरा होने के बाद स्कीम को 5-5 वर्षों के विस्तार के लिए भी बढ़ाया जा सकता है।
कैसे करें निवेश?
आप पोस्ट ऑफिस या अधिकृत बैंक शाखाओं में जाकर PPF खाता खोल सकते हैं। डिजिटल सुविधाओं के कारण अब नेटबैंकिंग और मोबाइल ऐप के माध्यम से भी PPF खाते में निवेश और ट्रैकिंग आसान हो गई है।
निवेश के फायदे
- पूर्ण टैक्स बचत (SEC 80C के तहत)
- सुरक्षित और सरकारी गारंटीड रिटर्न
- लंबी अवधि के लिए सूट करने वाला निवेश
- आपात स्थिति में आंशिक निकासी की सुविधा









