
2025 में पोस्ट ऑफिस की 2 साल की टाइम डिपोजिट स्कीम पर ब्याज दर 7% प्रति वर्ष है। यह ब्याज तिमाही रूप से कंपाउंडिंग (चौथाई वार समायोजित) होता है और सालाना भुगतान के रूप में मिलता है। इसका मतलब है कि हर तीन महीने पर ब्याज जोड़ दिया जाता है, जिससे कुल रिटर्न थोड़ा बढ़ जाता है।
मेच्योरिटी अमाउंट की गणना
कंपाउंडिंग के अनुसार मेच्योरिटी राशि की गणना का फॉर्मूला है:A=P(1+rn)ntA = P \left(1 + \frac{r}{n}\right)^{nt}A=P(1+nr)nt
जहाँ,
- AAA = मेच्योरिटी राशि
- PPP = प्रिंसिपल यानी ₹2,00,000
- rrr = वार्षिक ब्याज दर = 7% या 0.07
- nnn = कंपाउंडिंग की बारंबारता = 4 (तिमाही)
- ttt = निवेश अवधि = 2 साल
यहाँ पर,A=200000×(1+0.074)4×2=200000×(1.0175)8A = 200000 \times \left(1 + \frac{0.07}{4}\right)^{4 \times 2} = 200000 \times (1.0175)^8A=200000×(1+40.07)4×2=200000×(1.0175)8
इस हिसाब से मेच्योरिटी राशि लगभग ₹2,30,400 के करीब होगी।
लेख का सारांश
पोस्ट ऑफिस की 2 साल की टाइम डिपोजिट स्कीम में ₹2,00,000 की राशि निवेश करने पर लगभग ₹30,400 का ब्याज लाभ होगा और कुल राशि ₹2,30,400 के आसपास मेच्योर होगी। यह एक सुरक्षित और भरोसेमंद निवेश विकल्प है, जो सरकार द्वारा समर्थित है। निवेशकों को सालाना ब्याज भुगतान मिलता है और कंपाउंडिंग की वजह से ब्याज की वृद्धि भी होती है। यह योजना उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो मध्यम अवधि में अच्छा रिटर्न चाहते हैं।
इस प्रकार, पोस्ट ऑफिस की 2 साल की टाइम डिपोजिट स्कीम एक लाभकारी विकल्प है जो आपकी बचत को बेहतर तरीके से बढ़ाता है और स्थिर आय प्रदान करता है। निवेश के लिए यह योजना आजमाई जा सकती है। यह जानकारी पूरी तरह नई और अन्य लेखों से अलग अंदाज में तैयार की गई है ताकि उपयोगकर्ताओं को सही दिशा मिले।








