नई दिल्ली: त्योहारी सीजन से पहले आम आदमी की जेब पर महंगाई का एक और बोझ बढ़ गया है। देश के कई हिस्सों में हो रही भारी बारिश के कारण सब्जियों की सप्लाई बुरी तरह प्रभावित हुई है, जिससे मंडियों में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। टमाटर, प्याज और लहसुन जैसी रोजमर्रा की जरूरत की सब्जियों की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है।

बारिश बनी आफत, सप्लाई घटी, कीमतें बढ़ीं
लगातार हो रही बारिश के चलते खेतों से मंडियों तक सब्जियों की आवक में भारी कमी आई है। कारोबारियों का कहना है कि जो माल मंडी तक पहुंच भी रहा है, उसमें अच्छी क्वालिटी की सब्जियों की मांग बहुत ज्यादा है, जिससे कीमतों में और तेजी आ गई है। इस स्थिति का फायदा जहां कुछ किसानों और व्यापारियों को मिल रहा है, वहीं आम उपभोक्ता का बजट पूरी तरह बिगड़ गया है।
दिल्ली से लेकर छोटी मंडियों तक आग लगे हैं दाम
देश की सबसे बड़ी सब्जी मंडियों में से एक, दिल्ली की आजादपुर मंडी में सब्जियों के भाव रिकॉर्ड स्तर पर हैं:
- टमाटर: जो टमाटर कुछ दिन पहले तक राहत दे रहा था, वह अब ₹4,000 प्रति क्विंटल तक पहुंच गया है।
- प्याज: प्याज के दामों में भी आग लगी हुई है और यह ₹5,200 प्रति क्विंटल तक बिक रहा है।
- लहसुन: लहसुन की कीमतें ₹8,000 प्रति क्विंटल के पार हैं, जबकि कुछ मंडियों में अच्छी क्वालिटी का लहसुन ₹1,62,000 प्रति क्विंटल के अविश्वसनीय भाव पर बिका।
वहीं, हापुड़ मंडी जैसे स्थानीय बाजारों में भी कीमतें कम नहीं हैं:
- देशी टमाटर: 40 रुपए प्रति किलो
- शिमला मिर्च: 70 रुपए प्रति किलो
- आलू: 25 रुपए प्रति किलो
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर बारिश का दौर जारी रहा और सप्लाई चेन में सुधार नहीं हुआ, तो आने वाले दिनों में सब्जियों की कीमतों में और भी इजाफा हो सकता है।
