
जब आपको एक ही रूट पर बार-बार रुकना हो या आपके स्टेशन तक कोई सीधी ट्रेन न हो, तो अलग-अलग टिकट लेने के बजाय रेलवे का ब्लैंक पेपर टिकट (BPT) आपकी यात्रा को आसान और सस्ता बना सकता है। यह विशेष टिकट ऐसी जटिल यात्राओं के लिए है, जहाँ आपको कई ट्रेनों का इस्तेमाल करना पड़ता है।
ब्लैंक पेपर टिकट (BPT) क्या है ?
ब्लैंक पेपर टिकट (BPT) एक विशेष टिकट है जो आपकी यात्रा तब आसान बनाता है जब आपकी यात्रा एक ट्रेन से पूरी नहीं हो पाती। इसका इस्तेमाल तीन मुख्य स्थितियों में किया जाता है: पहला, जब आप रास्ते में कई जगह रुकना चाहते हैं (जैसे दिल्ली से कोलकाता के बीच लखनऊ और वाराणसी); दूसरा, जब आपके गंतव्य तक कोई सीधी ट्रेन उपलब्ध नहीं है और तीसरा, जब आपको एक ही ट्रेन में रिज़र्वेशन नहीं मिल रहा है, लेकिन आप अलग-अलग ट्रेनों में टिकट लेकर यात्रा पूरी करना चाहते हैं।
काउंटर से बनवाएं BPT और बचाएं यात्रा खर्च
ब्लैंक पेपर टिकट (BPT) ऑनलाइन नहीं मिलता है, इसके लिए आपको रेलवे स्टेशन के रिजर्वेशन काउंटर पर जाना होगा। वहाँ आपको अपनी पूरी यात्रा बतानी होगी, जैसे दिल्ली से लखनऊ, फिर वाराणसी और अंत में कोलकाता। आप अपनी यात्रा के किसी भी स्टेशन से यह टिकट बनवा सकते हैं। काउंटर पर BPT की मांग करने पर, कर्मचारी आपकी पूरी यात्रा का एक ही टिकट बना देंगे। इसमें पहले हिस्से का पूरा किराया लगेगा, लेकिन बाकी हिस्सों के लिए किराया या तो शून्य होगा या बहुत कम, जिससे आपकी अलग-अलग टिकटों पर होने वाली ज्यादा बचत होगी।
उदाहरण से समझिए
ब्लैंक पेपर टिकट (BPT) से आपको सीधा फायदा होता है। इसे एक उदाहरण से समझिए: अगर दिल्ली से कोलकाता का सीधा स्लीपर टिकट ₹600 का है, लेकिन आप बीच में रुकने के लिए अलग-अलग टिकट लेते हैं (जैसे ₹200 + ₹200 + ₹300), तो कुल खर्च ₹700 हो जाता है। BPT बनवाने पर, आपको पूरी यात्रा का टिकट लगभग ₹600 में ही मिल जाता है, और बीच के स्टेशनों के लिए जीरो या बहुत कम चार्ज देना पड़ता है। इस तरह, हर यात्रा पर आपके ₹50 से ₹100 तक बच सकते हैं, जिससे लंबी और बार-बार की यात्राएँ काफी सस्ती हो जाती हैं।
प्रीमियम ट्रेनों में नहीं मिलता BPT
ब्लैंक पेपर टिकट (BPT) की सुविधा राजधानी या शताब्दी जैसी प्रीमियम ट्रेनों में उपलब्ध नहीं है; यह केवल मेल, एक्सप्रेस या पैसेंजर ट्रेनों के लिए है। यह टिकट ऑनलाइन इसलिए नहीं मिलता क्योंकि BPT को मैन्युअल रूप से प्रोसेस करना पड़ता है, जबकि ऑनलाइन टिकट PDF फॉर्मेट में होता है। इसलिए, यदि आप रुक-रुककर यात्रा करना चाहते हैं या आपके गंतव्य तक कोई सीधी ट्रेन नहीं है, तो आप रेलवे काउंटर पर जाकर अपनी पूरी यात्रा के लिए यह BPT बनवा सकते हैं।
 
					







