
ट्रैन टिकट बुकिंग को लेकर भारतीय रेलवे ने बहुत से नियम बनाए हुए हैं, हालाँकि कुछ समय पहले ही रेलवे ने जनरल रिजर्वेशन टिकट बुकिंग के नियमों में बड़ा बदलाव किया है। अब आईआरसीटीसी की वेबसाइट या मोबाइल ऐप से जनरल टिकट बुक करते समय पहले 15 मिनट तक आधार वेरिफिकेशन अनिवार्य होगा। इससे यदि IRCTC अकाउंट आधार से लिंक नहीं है और मोबाइल पर आए ओटीपी को वेरिफाई नहीं किया जाएगा तब तक आप टिकट बुक नहीं कर सकते हैं।
क्या है टिकट बुकिंग का नया नियम?
रेलवे के नए नियम के मुताबैक अब ट्रैन टिकट बुकिंग के लिए आपके पास आधार वेरिफिकेशन अनिवार्य है। इस कदम के पीछे रेलवे का उद्देश्य फर्जी बुकिंग, बोट्स से टिकट उठाने और एजेंट्स द्वारा ब्लैक में टिकेटों की बिक्री पर रोक लगाना है। आधार ऑथेंटिकेशन के जरिए यह सुनिश्चित किया जा सकेगा की टिकट वहीँ व्यक्ति बुक करे जो असली यात्री है क्योंकि कई बार बुकिंग शुरू होते हैं कुछ ही मिनटों में टिकट बिक जाती है। इससे यात्रियों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ता है।
कैसे काम करता है ई-आधार वेरिफिकेशन?
ई-आधार वेरिफिकेशन की बात करें तो जब आप आईआरसीटीसी लॉगिन करने जाएंगे, तो पहले यह देखा जाएगा की आपका IRCTC अकाउंट आधार से लिंक है या नहीं। यदि लिंक है तो आपके आधार रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाएगा। वहीं ओटीपी दर्ज करके आप अपने लिए टिकट बुक कर सकते हैं।
रेलवे का यह नियम जनरल, स्लीपर, एसी हर श्रेणी की बुकिंग पर लागू होगा, लेकिन केवल पहले 15 मिनट के लिए, उसके बाद आधार वाले यूजर्स भी टिकट बुकिंग कर सकेंगे, लेकिन तब तक ज्यादा संभावना है की टिकट वेटिंग में चला जाए।
यदि आधार नहीं है तो क्या करें?
अगर आपके पास आधार नहीं है या आपका आईआरसीटीसी अकाउंट लिंक नहीं है, तो आप पाहे 15 मिनट तक टिकट बुक नहीं कर सकेंगे। बाद में भी टिकट बुकिंग करने पर टिकट कन्फर्म मिलने की संभावना कम रहेगी। इसलिए यह जरुरी है की आप बनवाने या अपडेट के साथ आईआरसीटीसी वेबसाइट या ऐप के My Profile सेक्शन में जाकर आधार डिटेल्स लिक करें, इसके साथ ही आपके आधार से आपका मोबाइल लिंक होना भी बेहद ही जरुरी है, जिससे आपको ओटीपी मिल सकेगा।








