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PM मोदी के पास है ये खास फोन, हैकर्स भी कुछ नहीं बिगाड़ सकते, जानें फीचर्स

क्या आपने कभी सोचा है कि PM मोदी किस फ़ोन का इस्तेमाल करते हैं? उनके पास एक ऐसा खास फ़ोन (RAX) है, जिसकी अभेद्य सुरक्षा को हैकर्स भी भेद नहीं सकते! जानें इस फ़ोन के अद्वितीय सुरक्षा फ़ीचर्स—जैसे कि फिंगरप्रिंट एक्सेस और ट्रिपल लेयर एन्क्रिप्शन—जो इसे दुनिया का सबसे सुरक्षित संचार उपकरण बनाते हैं।

By Pinki Negi

PM मोदी के पास है ये खास फोन, हैकर्स भी कुछ नहीं बिगाड़ सकते, जानें फीचर्स
PM मोदी

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कौन सा फ़ोन इस्तेमाल करते हैं, यह जानने की उत्सुकता हर किसी में होती है। सुरक्षा कारणों से यह जानकारी सार्वजनिक नहीं की जाती, लेकिन एयरटेल के एक ब्लॉग में इसका ज़िक्र है। प्रधानमंत्री मोदी कोई आम फ़ोन नहीं, बल्कि एक ख़ास और हाई-सिक्योरिटी फ़ोन इस्तेमाल करते हैं। यह फ़ोन हैकर्स की पहुँच से दूर है और इसमें ऐसे असाधारण सुरक्षा फीचर्स हैं, जिन्हें भेदना लगभग असंभव है।

पीएम मोदी का ख़ास RAX फोन

सितंबर 2024 के एयरटेल ब्लॉग के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी RAX नाम का एक ख़ास फोन इस्तेमाल करते हैं। यह फोन सेना की फ्रीक्वेंसी पर काम करता है और इसमें तीन स्तरों वाली बेहद मज़बूत एन्क्रिप्शन सुरक्षा होती है, जिसे तोड़ना लगभग असंभव है। सुरक्षा को और बढ़ाने के लिए, प्रधानमंत्री इस फोन से खुद कॉल नहीं करते, बल्कि उनके प्रधान सचिव ही कॉल शुरू करते हैं।

हैक या ट्रैक करना असंभव

RAX (Restricted Access Exchange) फ़ोन एक बेहद सुरक्षित संचार उपकरण है, जिसे भारत के C-DoT संस्थान द्वारा विकसित किया गया है। इन फ़ोनों की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इनमें बातचीत को हैंडसेट से ही एन्क्रिप्ट (Encrypt) कर दिया जाता है, जिससे इन्हें हैक करना या ट्रैक करना लगभग असंभव हो जाता है। इसी कारण, RAX फ़ोन का उपयोग विशेष रूप से अति गोपनीय (Classified) और संवेदनशील बातचीत के लिए किया जाता है, जहाँ सुरक्षा सर्वोपरि होती है।

RAX फ़ोन की मुख्य सुरक्षा विशेषताएँ

RAX फ़ोन में निम्नलिखित अभेद्य सुरक्षा विशेषताएँ होती हैं:

  • फिंगरप्रिंट सुरक्षा: इस फ़ोन को चलाने के लिए फिंगरप्रिंट लगाना ज़रूरी है, ताकि इसे सिर्फ़ अधिकृत व्यक्ति ही खोल सके।
  • लाइव फोटो सत्यापन: सुरक्षित कॉल के दौरान, फ़ोन पर कॉल करने वाले की लाइव फोटो दिखती है, जिससे कोई दूसरा व्यक्ति बनकर बात नहीं कर सकता।
  • हैंडसेट एन्क्रिप्शन: बातचीत फ़ोन में ही शुरू से एन्क्रिप्ट हो जाती है, इसलिए कोई भी व्यक्ति टैपिंग या जासूसी नहीं कर सकता।
  • सरकारी निगरानी: इन फ़ोनों की सुरक्षा की निगरानी एनटीआरओ और डीईआईटीवाई जैसी शीर्ष सरकारी एजेंसियाँ करती हैं।
  • तीन-परत एन्क्रिप्शन: इनमें तीन लेयर की मजबूत एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी होती है, जिसे तोड़ना लगभग नामुमकिन माना जाता है।

RAX फ़ोन की कीमत

RAX फ़ोन बहुत संवेदनशील और सुरक्षित होने के कारण, इनकी सही कीमत सार्वजनिक नहीं की जाती है। एयरटेल के ब्लॉग के अनुसार, सरकार को हर सरकारी उपयोगकर्ता के लिए इन फ़ोनों पर हर महीने लगभग ₹2,354 खर्च करने पड़ते हैं। हालांकि, यह ध्यान रखना ज़रूरी है कि नेता और बड़े अफसर जो RAX फ़ोन इस्तेमाल करते हैं, वे बाज़ार में बिकने वाले साधारण RAX फ़ोन से बिल्कुल अलग होते हैं और ये विशेष फ़ोन केवल सरकारी अनुमति वाले लोगों को ही दिए जाते हैं।

RAX फ़ोन भरोसेमंद ऑप्शन

आज के डिजिटल युग में, जहाँ हमारी ज़िंदगी ज़्यादा ऑनलाइन है, वहीं बातचीत को सुरक्षित रखना भी उतना ही ज़रूरी हो गया है। इसीलिए, सरकार के उच्च अधिकारियों के लिए RAX फ़ोन जैसे सुरक्षित संचार माध्यम भरोसेमंद विकल्प माने जा रहे हैं। हालाँकि, हम आम लोगों के लिए भी यह समझना महत्वपूर्ण है कि सुरक्षित कम्युनिकेशन के लिए नई तकनीकें क्या आ रही हैं और हम अपने फ़ोन और इंटरनेट को कैसे सुरक्षित रख सकते हैं, ताकि हमारी डिजिटल लाइफ भी पूरी तरह सुरक्षित रहे।

Author
Pinki Negi
GyanOK में पिंकी नेगी बतौर न्यूज एडिटर कार्यरत हैं। पत्रकारिता में उन्हें 7 वर्षों से भी ज़्यादा का अनुभव है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत साल 2018 में NVSHQ से की थी, जहाँ उन्होंने शुरुआत में एजुकेशन डेस्क संभाला। इस दौरान पत्रकारिता के क्षेत्र में नए-नए अनुभव लेने के बाद अमर उजाला में अपनी सेवाएं दी। बाद में, वे नेशनल ब्यूरो से जुड़ गईं और संसद से लेकर राजनीति और डिफेंस जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर रिपोर्टिंग की। पिंकी नेगी ने साल 2024 में GyanOK जॉइन किया और तब से GyanOK टीम का हिस्सा हैं।

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