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Mobile Radiation Check: आपका फोन कहीं आपको बीमार तो नहीं कर रहा? तुरंत डायल करें ये सीक्रेट कोड और जानें अपने फोन का रेडिएशन लेवल।

क्या आपका स्मार्टफोन आपकी सेहत बिगाड़ रहा है? हर दिन घंटों फोन इस्तेमाल करने से पहले यह जरूरी टेस्ट जरूर करें। बस एक खास कोड डायल करें और सेकंडों में पता लगाएं आपके मोबाइल का असली रेडिएशन लेवल।

By Pinki Negi

Mobile Radiation Check: आपका फोन कहीं आपको बीमार तो नहीं कर रहा? तुरंत डायल करें ये सीक्रेट कोड और जानें अपने फोन का रेडिएशन लेवल।
Mobile Radiation Check: आपका फोन कहीं आपको बीमार तो नहीं कर रहा? तुरंत डायल करें ये सीक्रेट कोड और जानें अपने फोन का रेडिएशन लेवल।

आज के डिजिटल युग में मोबाइल फोन हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन गए हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपके फोन से निकलने वाला रेडिएशन आपके स्वास्थ्य पर असर डाल सकता है? अगर आप भी अपने फोन के रेडिएशन स्तर को लेकर चिंतित हैं, तो एक आसान तरीका है जिससे आप खुद ही अपने फोन के रेडिएशन (SAR वैल्यू) की जांच कर सकते हैं।

मोबाइल फोन रेडिएशन क्या है?

मोबाइल फोन रेडिएशन को SAR (Specific Absorption Rate) कहा जाता है, जो बताता है कि आपके शरीर द्वारा कितनी रेडियो फ्रीक्वेंसी ऊर्जा सोखी जा रही है। इसे वाट्स प्रति किलोग्राम (W/kg) में मापा जाता है। दुनिया भर के नियामक निकाय, जैसे अमेरिका का FCC, 1.6 W/kg से ऊपर के SAR लेवल को स्वास्थ्य के लिए जोखिम भरा मानते हैं। इसलिए, यह जानना जरूरी है कि आपका फोन इस सुरक्षित सीमा के भीतर है या नहीं।

तुरंत चेक करें ये सीक्रेट कोड

अपने फोन के रेडिएशन लेवल को जांचने का सबसे आसान और तेज़ तरीका है एक खास कोड डायल करना:

अपने फोन के डायलर पर जाएं और ये नंबर टाइप करें:

text*#07#

यह कोड डायल करते ही आपके फोन की स्क्रीन पर SAR वैल्यू सामने आ जाएगी। कुछ फोन सीधे SAR नंबर दिखाते हैं, जबकि कुछ आपको सेटिंग्स में ‘RF Exposure’ सेक्शन में ले जाएंगे जहां यह जानकारी मिलती है।

SAR वैल्यू का अर्थ कैसे समझें?

  • अगर आपका SAR लेवल 1.6 W/kg से कम है, तो आपका फोन सुरक्षित सीमा के अंदर है और उससे निकलने वाला रेडिएशन स्वास्थ्य के लिए ज्यादा खतरा नहीं करता।
  • अगर SAR वैल्यू इससे ऊपर है, तो बेहतर होगा कि आप ज्यादा दूरी बनाकर फोन का उपयोग करें या किसी और ब्रांड/मॉडल पर विचार करें।

मोबाइल रेडिएशन से बचाव के उपाय

  • फोन को कान से थोड़ी दूरी पर रखें, स्पीकर मोड या हेडफोन का इस्तेमाल करें।
  • फोन का उपयोग कम करें खासकर जब सिग्नल कम हो, क्योंकि तब फोन ज्यादा रेडिएशन छोड़ता है।
  • रात में फोन को अपनी बॉडी से दूर रखें।
  • बच्चों को ज्यादा फोन इस्तेमाल करने से बचाएं क्योंकि उनका शरीर ज्यादा संवेदनशील होता है।

क्या मोबाइल रेडिएशन सच में नुकसानदायक है?

वैज्ञानिक रिसर्च अभी तक मोबाइल रेडिएशन के दीर्घकालिक स्वास्थ्य प्रभावों को लेकर पूर्ण निष्कर्ष नहीं पहुंची है। हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे ‘संभावित कार्सिनोजेन’ माना है, मतलब यह कि सावधानी बरतना बेहतर होता है। इसलिए, घरेलू सुरक्षा उपाय अपनाकर जोखिम को कम किया जा सकता है।

मोबाइल फोन का रेडिएशन चेक करना अब आसान हो गया है। बस फोन में *#07# डायल करें और अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करें। जो लोग स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हैं, उनके लिए यह छोटी सी जांच बड़ी राहत लेकर आती है। अपना फोन चेक करें, सेहत बनाएं और परिवार को भी जागरूक करें। जय हेल्दी मोबाइल!

Author
Pinki Negi
GyanOK में पिंकी नेगी बतौर न्यूज एडिटर कार्यरत हैं। पत्रकारिता में उन्हें 7 वर्षों से भी ज़्यादा का अनुभव है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत साल 2018 में NVSHQ से की थी, जहाँ उन्होंने शुरुआत में एजुकेशन डेस्क संभाला। इस दौरान पत्रकारिता के क्षेत्र में नए-नए अनुभव लेने के बाद अमर उजाला में अपनी सेवाएं दी। बाद में, वे नेशनल ब्यूरो से जुड़ गईं और संसद से लेकर राजनीति और डिफेंस जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर रिपोर्टिंग की। पिंकी नेगी ने साल 2024 में GyanOK जॉइन किया और तब से GyanOK टीम का हिस्सा हैं।

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