
आजकल बच्चों की आजकल बच्चों की परवरिश का तरीका बदल गया है। पहले जहाँ नानी-दादी बच्चों का ध्यान रखती थीं, वहीं अब माता-पिता बच्चों को शांत करने के लिए मोबाइल या टीवी का सहारा लेते हैं। ऐसे में बच्चों को पता ही नहीं चलता कि उन्हें कब इसकी लत लग गई। अगर आपके बच्चे भी हर समय मोबाइल में लगे रहते हैं, तो आप उनकी इस आदत को छुड़ाने के लिए यहाँ दिए गए तरीकों को अपना सकती हैं। आइए जानते हैं मनोवैज्ञानिक डॉ. चांदनी तुगनैत से कि इस समस्या को कैसे दूर किया जा सकता है।
बच्चों से मोबाइल की आदत कैसे हटाए
बच्चों को मोबाइल के नुकसान बताएं
आज के समय में जब हम बच्चों से मोबाइल छीनते है, तो वह और भी ज्यादा मोबाइल की तरफ आकर्षित हो जाते है। लेकिन ये सही तरीका नहीं है। हमें बच्चों को मोबाइल से होने वाले नुकसान के बारे में प्यार में समझाना चाहिए। जब बच्चों को खुद इसके नुकसान के बारे में पता चलेगा तो वह खुद ही फ़ोन से दूर हो जायेंगे।
फ़ोन इस्तेमाल के नियम बताएं
यदि आप बच्चों को कुछ समय के लिए मोबाइल देना चाहते है, तो उसके लिए नियम बनाएं। कभी भी अचानक से उनके हाथों से फ़ोन ने लें। उन्हें बताएं कि वे फोन का इस्तेमाल कैसे और कब कर सकते हैं। जब आप नियम तय करेंगे, तो बच्चे उनका पालन करेंगे। अगर बच्चा नियमों को तोड़ता है, तो उसके लिए सज़ा भी तय करें। उदाहरण के लिए, आप कह सकते हैं कि नियम तोड़ने पर एक घंटे तक फोन नहीं मिलेगा। इससे बच्चे नियम तोड़ने से पहले दो बार सोचेंगे।
बच्चों को अलग -अलग कामों को बिजी रखें
अगर आप अपने बच्चों को मोबाइल से दूर रखना चाहते हैं, तो उन्हें अलग-अलग कामों में बिजी कर लें। जैसे – उन्हें खेलने-कूदने, पढ़ने या कोई नई कला सीखने जैसी गतिविधियों में शामिल करें। ऐसा करने से उनका ध्यान मोबाइल से हट जाएगा और उनका मानसिक विकास भी बेहतर होगा।
मोबाइल के बदले दे किताबे या उससे जुड़ी चीजें
अगर आपका बच्चा मोबाइल मांगता है, तो आप उसे मोबाइल देने के बदले किताबे या पढ़ाई से जुडी कोई चीज़े दे। आप उन्हें कहानियों की किताबें या इतिहास की किताबें भी दे सकते है। इससे बच्चा कुछ नया सीखेगा और ये किताबें उसके भविष्य को बेहतर बनाने में भी मदद करेंगी।
मोबाइल इस्तेमाल पर नज़र रखें
आजकल बहुत से माता-पिता अपने कामों को व्यस्त हो जाते है और वह ये नहीं देखते है कि बच्चा फ़ोन में क्या -क्या कर रहा है। हर माता-पिता की ज़िम्मेदारी होती है कि यह बच्चों के मोबाइल इस्तेमाल पर नज़र रखें और फ़ोन इस्तेमाल के लिए समय तय करें।