
भारतीय रेलवे ने तत्काल टिकटों की दलाली रोकने और आम यात्रियों को आसानी से टिकट दिलाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। अब काउंटर (विंडो) से तत्काल टिकट बुक करते समय, यात्री के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक OTP (वन टाइम पासवर्ड) भेजा जाएगा। यह OTP क्लर्क को बताने के बाद ही टिकट बुक हो पाएगा। इस नई OTP-आधारित व्यवस्था का सफल पायलट प्रोजेक्ट पूरा हो चुका है, और रेल मंत्रालय के अनुसार यह जल्द ही देश भर की सभी ट्रेनों के लिए लागू की जाएगी। रेलवे ने दलालों पर नकेल कसने के लिए जुलाई में ही ऑनलाइन तत्काल बुकिंग के लिए आधार-लिंक करना अनिवार्य कर दिया था।
रेलवे में अब सभी ट्रेनों में OTP से टिकट
भारतीय रेलवे ने 17 नवंबर 2025 को 52 ट्रेनों में टिकट जाँच के लिए OTP (वन टाइम पासवर्ड) आधारित पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया था। यह प्रयोग बहुत सफल रहा है, जिसके कारण अब रेलवे इस नई व्यवस्था को सभी ट्रेनों में लागू करने जा रहा है। जल्द ही इस नई व्यवस्था को शुरू करने की तारीख की घोषणा कर दी जाएगी।
तत्काल टिकट बुकिंग में नया नियम
अब रेलवे काउंटर (खिड़की) से तत्काल टिकट बुक कराते समय यात्रियों को अपने रिजर्वेशन फॉर्म में मोबाइल नंबर देना अनिवार्य होगा। जब आप तत्काल टिकट बुक करेंगे, तो आपके मोबाइल पर एक वन टाइम पासवर्ड (OTP) आएगा। विंडो पर मौजूद कर्मचारी आपसे वह OTP पूछेगा, और OTP बताने के बाद ही आपका टिकट कंफर्म हो पाएगा।
धोखाधड़ी को रोकने के लिए उठाया गया कदम
भारतीय रेलवे ने तत्काल टिकटों की बुकिंग में होने वाली धोखाधड़ी (दलाली) को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अब बिना असली यात्री के मोबाइल पर आए ओटीपी (OTP) के टिकट नहीं बन पाएगा। इससे दलालों का अवैध खेल पूरी तरह से बंद हो जाएगा। रेलवे का मानना है कि इस नई ओटीपी प्रणाली को जल्द ही सभी बची हुई ट्रेनों के तत्काल काउंटर टिकटों पर भी लागू कर दिया जाएगा, जिससे तत्काल कोटे के टिकट वास्तव में ज़रूरतमंद यात्रियों को ही मिल सकेंगे।









