
अब आधार कार्ड में अपना पता बदलवाना पहले से कहीं ज़्यादा आसान हो जाएगा। UIDAI ने फैसला किया है कि अब आवासीय प्रमाणपत्र (Residence Certificate) की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। इसके बदले, आपका बिजली का बिल भी पते के सबूत के रूप में माना जाएगा। यह नया नियम नवंबर से लागू होने की उम्मीद है। इसका सबसे बड़ा फायदा किराए के मकानों में रहने वाले लोगों को होगा। साथ ही, अब पैन कार्ड, पासपोर्ट और राशन कार्ड को भी पहचान के सबूत के तौर पर स्वीकार किया जाएगा, जबकि पहले केवल वोटर आईडी कार्ड को ज़रूरी माना जाता था।
अब नहीं लगाने होंगे केंद्र के चक्कर
राज्यों में चल रहे 2000 से ज़्यादा आधार सेवा केंद्रों पर हर दिन लाखों लोगों की भीड़ को देखते हुए, UIDAI ने एक नया ऑनलाइन पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल की मदद से अब नागरिक अपने नाम, पता, मोबाइल नंबर और अन्य जानकारियों को घर बैठे खुद ही बदल सकेंगे।
यह पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन और बहुत आसान होगी, जिससे लोगों को केंद्रों के बार-बार चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। यह सुविधा OTP (वन टाइम पासवर्ड) से वेरिफाई होगी, इसलिए पूरी तरह सुरक्षित भी है। इसके अलावा, UIDAI जल्द ही एक नया मोबाइल ऐप भी लाएगा, जिसमें क्यूआर कोड के ज़रिए डिजिटल आधार को सुरक्षित रखा जा सकेगा।
समस्तीपुर जिले में चल रहे 16 आधार केंद्र
आधार कार्ड से जुड़ी सेवाओं को समस्तीपुर जिले में बेहतर किया जा रहा है। ज़िले में अभी 16 आधार केंद्र चल रहे हैं, जो बैंकों, पोस्ट ऑफिसों, प्रखंडों (ब्लॉकों) और गाँवों में मौजूद हैं। इनमें से कुछ केंद्र हमेशा खुले रहते हैं, जबकि कुछ खास तारीखों पर ही काम करते हैं। इन केंद्रों पर आप नाम, पता, जन्मतिथि जैसी जानकारी अपडेट करवा सकते हैं।
अब UIDAI ने बिजली बिल को भी पते के प्रमाण के रूप में मंज़ूरी दे दी है, जिससे लोगों को अपने स्थानीय केंद्रों पर लंबी कतारों में खड़ा नहीं होना पड़ेगा। इस नई सुविधा से आधार अपडेट का काम अब तेज़, आसान और डिजिटल हो जाएगा, और लोग बिना किसी परेशानी के अपने दस्तावेज़ सही करवा सकेंगे।








