
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने देश के करोड़ों आधार कार्ड धारकों को धोखाधड़ी से बचने के लिए एक महत्वपूर्ण सुरक्षा चेतावनी जारी की है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ के जरिए UIDAI ने लोगों को अपने आधार की गोपनीयता बनाए रखने की सलाह दी है।
साथ ही आपकी सुविधा के लिए एक नया अपडेटेड आधार ऐप भी लॉन्च किया गया है। इस ऐप में कई खास फीचर्स जोड़े गए हैं, ताकि आपको हर जगह अपने असली आधार कार्ड (Physical Document) को साथ लेकर न घूमना पड़े और आप सुरक्षित तरीके से डिजिटल आधार का उपयोग कर सकें।
आधार फ्रॉड से बचने के लिए UIDAI का ‘सुरक्षा मंत्र’
ऑनलाइन ठगी के बढ़ते मामलों को देखते हुए UIDAI ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल के जरिए एक विशेष एडवाइजरी जारी की है। इसका मुख्य उद्देश्य आधार कार्ड धारकों को साइबर अपराधियों के जाल से बचाना है। प्राधिकरण ने डिजिटल सुरक्षा को मजबूत करने के लिए 5 महत्वपूर्ण उपाय साझा किए हैं, जिनका पालन करके आप अपने व्यक्तिगत डेटा को सुरक्षित रख सकते हैं। ये नियम न केवल आपके आधार को सुरक्षित बनाएंगे, बल्कि आपकी जमा-पूंजी को भी ऑनलाइन फ्रॉड से दूर रखेंगे।
गलत हाथों में जाने से हो सकते हैं ये बड़े नुकसान
आज के समय में बैंक खाते से लेकर सरकारी योजनाओं तक, हर जगह आधार कार्ड की जरूरत होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपके आधार की जानकारी गलत हाथों में जाने पर आपकी पहचान चोरी (Identity Theft) हो सकती है और आपके नाम पर बड़ा साइबर फ्रॉड किया जा सकता है? आपकी बायोमेट्रिक जानकारी और निजी डेटा का गलत इस्तेमाल आपकी जमा-पूंजी को खतरे में डाल सकता है। इन्हीं गंभीर खतरों से बचाने के लिए UIDAI ने सुरक्षा के 5 ऐसे तरीके बताए हैं, जिन्हें अपनाकर आप खुद को वित्तीय ठगी से पूरी तरह सुरक्षित रख सकते हैं।
भूलकर भी न करें यह गलती, वरना पड़ सकते हैं मुश्किल में
UIDAI ने सख्त चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि अपने आधार से जुड़े वन टाइम पासवर्ड (OTP) को कभी भी किसी अनजान व्यक्ति या कॉल करने वाले के साथ साझा न करें। OTP आपकी डिजिटल सुरक्षा की सबसे महत्वपूर्ण और आखिरी दीवार है। भले ही कोई व्यक्ति खुद को सरकारी अधिकारी या बैंक कर्मचारी बताए, लेकिन बिना आपकी अनुमति और OTP के, कोई भी आपकी निजी जानकारी या बैंक खाते तक नहीं पहुँच सकता। इसे गुप्त रखना ही आपकी सुरक्षा की सबसे बड़ी गारंटी है।
अपनी पहचान सुरक्षित रखने का सबसे स्मार्ट तरीका
जब भी आप होटल में चेक-इन करें या नया सिम कार्ड खरीदें, तो अपना असली आधार नंबर देने के बजाय ‘मास्क्ड आधार’ का उपयोग करें। इसकी खासियत यह है कि इसमें आपके आधार के शुरुआती 8 अंक छिपे होते हैं और केवल आखिरी 4 अंक ही दिखाई देते हैं। इससे आपकी पूरी 12 अंकों की पहचान गोपनीय रहती है और कोई भी आपकी जानकारी का गलत इस्तेमाल नहीं कर पाता। सुरक्षा के नजरिए से यह सामान्य आधार कार्ड की तुलना में कहीं अधिक सुरक्षित विकल्प है।
अब कोई नहीं चुरा पाएगा आपके फिंगरप्रिंट और निजी डेटा
UIDAI आपको अपने फिंगरप्रिंट, आंखों की पुतली (Iris) और चेहरे की पहचान को लॉक करने की सुविधा देता है। आप आधार की वेबसाइट या आधिकारिक ऐप के जरिए अपनी बायोमेट्रिक जानकारी को लॉक कर सकते हैं। एक बार लॉक होने के बाद, कोई भी स्कैमर या गलत व्यक्ति आपके बायोमेट्रिक्स का इस्तेमाल कर धोखाधड़ी नहीं कर पाएगा। सबसे अच्छी बात यह है कि जब भी आपको खुद इसका इस्तेमाल करना हो, आप इसे पल भर में ‘अनलॉक’ भी कर सकते हैं। यह आपकी डिजिटल सुरक्षा के लिए एक मजबूत सुरक्षा कवच है।
सोशल मीडिया पर न करें शेयर, फ्रॉड होने पर यहाँ लें मदद
अपने आधार कार्ड की फोटो या स्कैन कॉपी को कभी भी फेसबुक, इंस्टाग्राम या व्हाट्सएप स्टेटस जैसे सार्वजनिक प्लेटफॉर्म पर पोस्ट न करें। ऐसा करने से साइबर अपराधी आपकी निजी जानकारी चुराकर उसका गलत इस्तेमाल कर सकते हैं। यदि आपको जरा भी संदेह हो कि आपकी जानकारी लीक हो गई है या आप किसी ठगी का शिकार हुए हैं, तो तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें। इसके अलावा, आधार से जुड़ी किसी भी समस्या या मदद के लिए आप UIDAI के हेल्पलाइन नंबर 1947 पर संपर्क कर सकते हैं।









