
इस हफ्ते सोने और चांदी की कीमतों में मामूली उतार-चढ़ाव रहा, जिससे दाम एक सीमित दायरे में बने रहे। इंडिया बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के अनुसार, 24 कैरेट सोने का दाम अब ₹1,20,100 प्रति 10 ग्राम है। पिछले हफ्ते के मुकाबले, सोने की कीमतों में ₹670 प्रति 10 ग्राम की गिरावट दर्ज की गई है। यह दर्शाता है कि मार्केट में कीमतें लगभग स्थिर बनी हुई हैं।
सोने के दामों में आई गिरावट
आज सोने के दामों में गिरावट दर्ज की गई है। 22 कैरेट सोने का दाम कम होकर अब 1,10,012 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया है, जबकि पहले यह 1,10,625 रुपये था। इसी तरह, 18 कैरेट सोने की कीमत भी घटकर 90,075 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है, जो पहले 90,578 रुपये थी। यह खरीदारों के लिए एक राहत भरी खबर है।
चांदी की कीमतों में आई गिरावट
सोने की तरह ही चांदी की कीमतों में भी नरमी बनी हुई है। पिछले एक हफ्ते में चांदी 850 रुपए सस्ती हो गई है। इसकी कीमत 1,49,125 रुपए प्रति किलोग्राम से कम होकर अब 1,48,275 रुपए प्रति किलोग्राम पर आ गई है। यह लगातार हो रही गिरावट निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण खबर है।
दीपावली के बाद सोना-चांदी की कीमतों में गिरावट
दीपावली के त्योहार के बाद से सोने और चांदी की कीमतों में लगातार कमी देखी जा रही है। त्यौहार के दौरान 24 कैरेट सोने का दाम लगभग $1.30 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम और चांदी का दाम $1.80 लाख रुपए प्रति किलो तक पहुँच गया था। हालांकि, हाल की इस गिरावट के बावजूद भी, पिछले एक साल में सोना और चांदी दोनों ही 50 प्रतिशत से ज़्यादा का ज़बरदस्त रिटर्न दे चुके हैं।
डॉलर इंडेक्स के कमजोर होने के कारण
एलकेपी सिक्योरिटीज के जतिन त्रिवेदी के अनुसार, डॉलर इंडेक्स के कमजोर होने के कारण इस सप्ताह सोने की कीमतें ₹1,21,000 प्रति 10 ग्राम के सीमित दायरे में बनी रहीं। उनका मानना है कि आने वाले समय में सोने की चाल फेडरल रिजर्व के सदस्यों के बयानों के साथ-साथ भारत और अमेरिका के सीपीआई (महंगाई) डेटा पर निर्भर करेगी। छोटी अवधि में, सोने की कीमतें ₹1,18,500 से ₹1,24,000 के बीच रह सकती हैं।
सोने-चांदी की कीमतों में स्थिरता
अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में इस समय सोने और चांदी दोनों की कीमतें एक सीमित दायरे (Limited Range) में बनी हुई हैं। सोना लगभग 4,000 डॉलर प्रति औंस के आसपास कारोबार कर रहा है, जबकि चांदी की कीमत भी 48 डॉलर प्रति औंस के इर्द-गिर्द स्थिर है। इसका मतलब है कि फिलहाल इन कीमती धातुओं के दामों में कोई बड़ा उतार-चढ़ाव नहीं दिख रहा है।








