
अगर आपने भी ईएमआई (EMI) पर मोबाइल खरीदा है, तो यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण है। आमतौर पर आपको ईएमआई भरने के रिमाइंडर एसएमएस, ईमेल या कॉल से मिलते हैं। लेकिन सोचिए, क्या हो अगर ईएमआई भरने का रिमाइंडर आपके मोबाइल की स्क्रीन पर वॉलपेपर की तरह दिखने लगे, जिसे आप लाख कोशिशों के बाद भी हटा न पाएँ? यह एक ऐसी स्थिति है जिसका सामना आपको करना पड़ सकता है।
लोन EMI न भरने पर वॉलपेपर बदला
एक यूज़र, प्रियेश शर्मा ने अस्पताल का एक अनोखा अनुभव साझा किया है। एक नर्स ने उन्हें बताया कि उनके मोबाइल लोन की EMI (किस्त) कट जाने के बावजूद, अचानक उनके फोन का वॉलपेपर बदल गया। बदले हुए वॉलपेपर पर लिखा था कि किस्त का भुगतान नहीं हुआ है, इसलिए शर्तों के अनुसार वॉलपेपर बदला जा रहा है। वॉलपेपर पर यह मैसेज देखकर नर्स घबरा गईं। प्रियेश ने कस्टमर केयर से मदद लेने की कोशिश की, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। सोशल मीडिया पर यह बात सामने आई कि कई अन्य यूज़र्स के साथ भी ऐसा हो चुका है, जिसमें लोन कंपनी द्वारा डिफॉल्ट होने पर फ़ोन का वॉलपेपर बदल दिया जाता है।
Was visiting a hospital yesterday for a full body check up, that’s when one of the nurse showed me an issue and what I saw made me extremely uncomfortable and it felt brazen privacy breach, even if its as per so called agreement.
— Priyesh Sharma (@Kenu73) December 13, 2025
She has an ongoing loan, for which the EMI was… pic.twitter.com/IRpxaJLVSe
EMI न भरने पर फोन लॉक होने का खतरा
मोबाइल को EMI (किस्त) पर देने वाली कंपनियाँ या बैंक, फ़ोन में पहले से ही एक खास ऐप इंस्टॉल करके देते हैं। इस ऐप के पास आपके फ़ोन का पूरा कंट्रोल होता है। यदि आप समय पर EMI नहीं भरते हैं, तो यह ऐप आपके फ़ोन को लॉक कर सकता है, स्क्रीन पर नियंत्रण ले सकता है, और यहाँ तक कि फ़ोन के IMEI नंबर को भी ब्लैकलिस्ट कर सकता है। कई यूज़र्स ने बताया है कि सैमसंग भी फाइनेंस किए गए फ़ोन में ऐसा ऐप डालता है, जिसके कारण किस्त न भरने पर फ़ोन लॉक हो जाता है।
EMI न भरने पर फ़ोन कंट्रोल करना निजता का उल्लंघन?
यह सच है कि ईएमआई (EMI) न चुकाने पर लोन देने वाली कंपनियाँ आपका फ़ोन लॉक कर सकती हैं, जिसके लिए आपने फ़ोन लेते समय सहमति दी होगी। लेकिन, फ़ोन के वॉलपेपर को बदलना, कॉन्टैक्ट लिस्ट या गैलरी देखना और फ़ोन को पूरी तरह से कंट्रोल करना उपयोगकर्ता की निजता (प्राइवेसी) का गंभीर उल्लंघन है।
कुछ समय पहले यह चर्चा थी कि आरबीआई (RBI) लोन एजेंसियों को ऐसे ऐप डाउनलोड करने की अनुमति दे सकता है, लेकिन अभी तक आधिकारिक मंज़ूरी नहीं मिली है। इसके बावजूद, कई लोन कंपनियाँ ऐसे ऐप इंस्टॉल करके यूज़र के फ़ोन में घुस रही हैं। इस मामले में, भले ही वॉलपेपर हटा दिया गया हो, पर यह चिंता बनी हुई है कि आगे क्या होगा। इसलिए, ईएमआई पर फ़ोन खरीदते समय शर्तों को ध्यान से समझना बहुत ज़रूरी है।









