
आमतौर पर लोग बैंक अकाउंट का मतलब सिर्फ पैसा जमा करना और निकालना समझते हैं, लेकिन भारतीय स्टेट बैंक (SBI) अपने ग्राहकों को 8 अलग-अलग तरह के सेविंग्स अकाउंट की सुविधा देता है। इनमें से हर खाते को खास जरूरतों, जैसे बच्चों की पढ़ाई, वरिष्ठ नागरिकों की सुविधा या बचत के अलग तरीकों को ध्यान में रखकर बनाया गया है।
ज्यादातर लोगों का बैंक में सिर्फ ‘रेगुलर बचत खाता’ होता है, लेकिन बाकी अकाउंट्स के नियम और फायदे और भी ज्यादा आकर्षक हो सकते हैं। इसीलिए, नया खाता खुलवाने या पुराने को अपडेट करने से पहले इन सभी विकल्पों को समझना जरूरी है ताकि आप अपनी जमा पूंजी पर सही लाभ पा सकें।
SBI रेगुलर सेविंग्स अकाउंट
यह भारतीय स्टेट बैंक का सबसे लोकप्रिय और ज्यादा उपयोग किया जाने वाला बचत खाता है। इसे खास तौर पर उन लोगों के लिए बनाया गया है जो अपनी सैलरी या रोजमर्रा की कमाई को सुरक्षित रखना चाहते हैं। इस अकाउंट में आपको नेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग और एटीएम-डेबिट कार्ड जैसी बुनियादी सुविधाओं के साथ-साथ चेकबुक, एसएमएस अलर्ट और लॉकर की सुविधा भी मिलती है। चाहे ऑनलाइन शॉपिंग करनी हो या पैसे ट्रांसफर करना, यह खाता हर काम के लिए सबसे ज्यादा भरोसेमंद और उपयोगी माना जाता है।
SBI स्मॉल सेविंग्स अकाउंट
यह खाता उन लोगों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है जिनके पास फिलहाल पूरे KYC डॉक्यूमेंट्स (जैसे आधार या पैन कार्ड) उपलब्ध नहीं हैं। 18 साल से ऊपर का कोई भी व्यक्ति इसे आसानी से खुलवा सकता है। इस खाते की सबसे बड़ी खूबी यह है कि इसमें मिनिमम बैलेंस रखने की कोई टेंशन नहीं होती। हालांकि, इसमें एक सीमा है कि आप अधिकतम 50,000 रुपये तक ही जमा रख सकते हैं। जैसे ही आपके पास जरूरी दस्तावेज तैयार हो जाएं, आप अपना KYC पूरा करवाकर इसे कभी भी ‘रेगुलर सेविंग्स अकाउंट’ में बदलवा सकते हैं।
SBI सेविंग्स प्लस अकाउंट
यह एसबीआई का एक स्मार्ट बचत खाता है जो MOD (मल्टी ऑप्शन डिपॉजिट) की सुविधा से जुड़ा होता है। इस खाते की सबसे बड़ी खासियत यह है कि जैसे ही आपके अकाउंट में पैसा एक तय सीमा से ऊपर जाता है, वह अतिरिक्त रकम अपने आप FD (फिक्स डिपॉजिट) में बदल जाती है।
इसका फायदा यह है कि आपको अपने बचत खाते के पैसे पर सेविंग्स अकाउंट से कहीं ज्यादा ब्याज मिलता है। यह उन लोगों के लिए सबसे अच्छा है जो अपने खाते में ज्यादा बैलेंस रखते हैं, क्योंकि इसमें आपको बचत खाते की आजादी और एफडी की ऊंची कमाई, दोनों एक साथ मिलते हैं।
SBI पहला कदम और पहली उड़ान
बच्चों में बचपन से ही पैसे बचाने की आदत डालने के लिए एसबीआई दो बेहतरीन बचत खाते पेश करता है। पहला है ‘पहला कदम’, जिसे माता-पिता अपने छोटे बच्चों के साथ मिलकर (जॉइंट अकाउंट) चला सकते हैं। दूसरा है ‘पहली उड़ान’, जो 10 साल से ज्यादा उम्र के उन बच्चों के लिए है जो अपने हस्ताक्षर (Signature) कर सकते हैं; इसे बच्चे खुद अकेले ऑपरेट कर सकते हैं। इन खातों के जरिए बच्चे न केवल बचत करना सीखते हैं, बल्कि उन्हें चेकबुक और मोबाइल बैंकिंग जैसे आधुनिक फीचर्स की बेसिक जानकारी भी खेल-खेल में मिल जाती है।
घर बैठे खोलें SBI बैंक खाता
अब आपको अपना बचत खाता खुलवाने के लिए बैंक की लंबी लाइनों में लगने या चक्कर काटने की जरूरत नहीं है। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) अब वीडियो KYC की आधुनिक सुविधा देता है, जिससे आप घर बैठे ही अपना खाता चालू कर सकते हैं। बस अपने पास आधार कार्ड और पैन कार्ड रखें और ‘YONO’ ऐप या इंटरनेट बैंकिंग के जरिए आवेदन करें। एक छोटे से वीडियो कॉल पर बैंक अधिकारी आपके दस्तावेजों की जांच करेंगे और आपका खाता तुरंत खुल जाएगा। यह डिजिटल इंडिया का सबसे आसान और सुरक्षित तरीका है।
SBI बेसिक सेविंग्स बैंक डिपॉजिट अकाउंट
अगर आप बैंक अकाउंट में हर महीने न्यूनतम राशि (Minimum Balance) बनाए रखने के झंझट से बचना चाहते हैं, तो SBI का बेसिक सेविंग्स अकाउंट आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प है। यह पूरी तरह से एक जीरो बैलेंस अकाउंट है, जिसमें आपको खाते में पैसे न होने पर भी कोई जुर्माना नहीं देना पड़ता।
सबसे अच्छी बात यह है कि इसमें पैसा जमा करने की कोई अधिकतम सीमा (No Maximum Limit) नहीं है। यह खाता खास तौर पर उन लोगों के लिए बनाया गया है जो बिना किसी अतिरिक्त चार्ज के सुरक्षित बैंकिंग सुविधाओं का लाभ उठाना चाहते हैं। कोई भी भारतीय नागरिक अपने वैध KYC दस्तावेजों के साथ इसे आसानी से खुलवा सकता है।
SBI का MACT सेविंग्स अकाउंट
भारतीय स्टेट बैंक का यह विशेष बचत खाता मोटर एक्सीडेंट क्लेम ट्रिब्यूनल (MACT) द्वारा दिए जाने वाले मुआवजे की राशि को सुरक्षित रखने और उसे प्राप्त करने के लिए बनाया गया है। सड़क दुर्घटना के शिकार लोगों या उनके परिवारों को अदालत द्वारा मिलने वाला हर्जाना इसी खाते में जमा किया जाता है। इस खाते की सबसे अच्छी बात यह है कि इसमें सामान्य बचत खाते की तरह ही ब्याज, पासबुक और चेकबुक की सुविधा मिलती है। साथ ही, पीड़ितों की सुविधा के लिए इसमें एटीएम और इंटरनेट बैंकिंग के विकल्प भी दिए गए हैं, ताकि वे अपनी जरूरत के समय आसानी से फंड का उपयोग कर सकें।
SBI विदेशी मुद्रा खाता (RFC-D)
यह खाता उन भारतीय नागरिकों के लिए है जिन्हें अपने पास विदेशी मुद्रा (Foreign Currency) रखने की जरूरत होती है। मुख्य रूप से यह उन लोगों के लिए उपयोगी है जिन्हें विदेश यात्रा से लौटने के बाद या किसी अन्य कानूनी जरिए से विदेशी मुद्रा प्राप्त होती है। ध्यान देने वाली बात यह है कि इस अकाउंट पर बैंक कोई ब्याज नहीं देता और यह काफी हद तक एक करंट अकाउंट की तरह काम करता है। इसमें सामान्य खातों की तरह चेकबुक या एटीएम कार्ड की सुविधा नहीं मिलती, क्योंकि इसका मुख्य उद्देश्य केवल विदेशी मुद्रा को सुरक्षित तरीके से जमा रखना होता है।









